क्या जी-7 में भारत की भागीदारी पीएम मोदी के नेतृत्व का प्रमाण है?

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क्या जी-7 में भारत की भागीदारी पीएम मोदी के नेतृत्व का प्रमाण है?

सारांश

कनाडा में जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी की भागीदारी ने विश्व मंच पर भारत के महत्व को दर्शाया है। इस सम्मेलन में भारत के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें आतंकवाद से लड़ाई और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना शामिल है। जानिए पीएम मोदी की यात्रा के प्रमुख बिंदु।

Key Takeaways

  • भारत का जी-7 शिखर सम्मेलन में योगदान
  • प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का महत्व
  • भारत-कनाडा संबंधों का विकास
  • आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी
  • भारत की अर्थव्यवस्था और जनसंख्या

कनानास्किस, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 51वें जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए कनाडा की सफल यात्रा का समापन किया है। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने पीएम मोदी की यात्रा को विश्व मंच पर भारत के महत्व और उनके नेतृत्व का प्रमाण बताया।

द्विपक्षीय बैठक की शुरुआत में कार्नी ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने के लिए भारत को एक महत्वपूर्ण भागीदार देश बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए कार्नी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 2015 के बाद एक बार फिर कनाडा आना मेरे लिए गर्व की बात है।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए नई दिल्ली ने कई सकारात्मक पहल की हैं। जी-7 शिखर सम्मेलन में भागीदारी भारत के लिए मानवीय भलाई के लिए काम करने का एक अवसर है, जिसमें भारत हमेशा प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "भारत और कनाडा के बीच संबंध अत्यंत मजबूत हैं। कनाडाई कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं और भारतीय नागरिक भी कनाडा में निवेश कर रहे हैं। दोनों देश लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित करने और मानवीय भलाई के लिए अपने संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं कनाडा के प्रधानमंत्री को आम चुनावों में ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई देता हूं और आपके साथ काम करने की आशा करता हूं।"

उन्होंने अपने आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा, "प्रधानमंत्री कार्नी और मैं भारत-कनाडा मैत्री को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।"

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर यह भी कहा कि उनकी बैठक अत्यधिक सफल रही और कनाडा तथा भारत "लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन में दृढ़ विश्वास से जुड़े हुए हैं।"

कार्नी ने कहा कि भारत 2019 में फ्रांस में बियारिट्ज बैठक से जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा, "यह आपके देश के महत्व और आपके नेतृत्व का प्रमाण है।"

कार्नी भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं, जो उनके पूर्ववर्ती जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में प्रभावित हुए थे। इससे पहले कार्नी ने कहा था कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है और आपूर्ति श्रृंखलाओं का केंद्र है।

कनाडा में 1.8 मिलियन भारतीय-कनाडाई और 1 मिलियन भारतीय नागरिकों के साथ सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय मौजूद है।

Point of View

मैं मानता हूं कि भारत की जी-7 में भागीदारी हमारे देश की बढ़ती प्रभावशीलता को दर्शाती है। यह न केवल मोदी जी के नेतृत्व का प्रमाण है, बल्कि विश्व में भारत की भूमिका को भी उजागर करता है।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

भारत की जी-7 में भागीदारी का क्या महत्व है?
भारत की जी-7 में भागीदारी विश्व मंच पर भारत के नेतृत्व और उसकी बढ़ती अर्थव्यवस्था का प्रमाण है। यह भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति को मजबूत करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री से क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री को आम चुनावों में जीत के लिए बधाई दी और भारत-कनाडा संबंधों को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की।