क्या भारत ने थाईलैंड से 125 भारतीयों को सुरक्षित वापस लाया?
सारांश
Key Takeaways
- 125 भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी
- भारतीय वायुसेना की विशेष उड़ानें
- म्यांमार के साइबर ठगी केंद्रों से भागने की घटना
- थाईलैंड में भारतीय दूतावास की सक्रियता
- विदेशी नियोक्ताओं की साख की जांच करना आवश्यक
बैंकॉक, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत सरकार ने 125 भारतीय नागरिकों को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के विशेष विमान से थाईलैंड के माई सौत से स्वदेश वापस लाया। ये लोग म्यांमार के साइबर ठगी के केंद्र से भागकर थाईलैंड पहुंचे थे।
इन भारतीय नागरिकों ने म्यांमार के साइबर ठगी केंद्र म्यावाडी से भागकर थाईलैंड में शरण ली थी। थाई अधिकारियों ने इन पर जुर्माना लगाया और कई सामान जब्त किए। भारत सरकार ने कुल 1500 लोगों को वहां से निकालने में सफलता पाई है, यह जानकारी बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने साझा की है।
दक्षिण-पूर्व एशिया के घोटाले केंद्रों में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए भारत सरकार ने बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास और थाईलैंड के चियांग माई प्रांत में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सहयोग से काम किया है।
भारतीय दूतावास ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन नागरिकों को चेतावनी दी है जो घोटालेबाजों के जाल में फंसने का खतरा उठाते हैं। पोस्ट में कहा गया है, "भारतीय नागरिकों को विदेश में नौकरी के लिए आवेदन से पहले विदेशी नियोक्ताओं और भर्ती एजेंटों की साख की जांच करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए थाईलैंड में वीजा-मुक्त प्रवेश केवल पर्यटन और अल्पकालिक व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए है।"
इससे पहले, मंगलवार को 11 महिलाओं सहित 269 भारतीय नागरिकों को भी माई सौत से स्वदेश लाया गया था, जिन्हें भारतीय वायुसेना के दो विशेष विमानों द्वारा लाया गया।
भारतीय दूतावास ने थाई सरकार के विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर स्वदेश वापसी की प्रक्रिया को सरल बनाया है।
बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने कहा, "आज, हमारे सहयोग से 11 महिलाओं समेत 269 भारतीय नागरिकों को थाईलैंड के माई सौत से स्वदेश लाने में मदद की गई। ये नागरिक म्यांमार के म्यावाडी में घोटाले केंद्रों में शामिल थे और हाल में की गई छापेमारी के बाद रिहा हुए।"
पिछले सप्ताह, भारतीय वायुसेना की दो विशेष उड़ानों से 197 भारतीय नागरिकों ने स्वदेश की यात्रा की थी।
भारतीय दूतावास ने यह भी बताया कि थाई प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल ने इस ऑपरेशन की निगरानी के लिए माई सौत का दौरा किया था।