क्या भारतीय शेयर बाजार सपाट खुला है, आईटी शेयरों में बिकवाली क्यों हो रही है?

सारांश
Key Takeaways
- सेंसेक्स 50 अंक की गिरावट के साथ 82,675 पर है।
- निफ्टी 19 अंक की कमजोरी के साथ 25,200 पर है।
- आईटी सेक्टर में 0.80 प्रतिशत की गिरावट आई है।
- विदेशी निवेशकों ने 4,209 करोड़ की बिकवाली की है।
- घरेलू निवेशकों ने 4,358 करोड़ का निवेश किया है।
मुंबई, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार के कारोबारी सत्र में सपाट शुरुआत की। सुबह 9:16 बजे सेंसेक्स में 50 अंक की हल्की गिरावट आई, जो इसे 82,675 पर ले गई, जबकि निफ्टी 19 अंक की कमजोरी के साथ 25,200 पर था।
बाजार पर दबाव आईटी सेक्टर की वजह से बढ़ रहा है। निफ्टी आईटी में 0.80 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। इसके अलावा, फाइनेंशियल सर्विसेज, रियल्टी, मीडिया, प्राइवेट बैंक और कमोडिटी में भी लाल निशान देखा गया है।
हालांकि, ऑटो, पीएसयू बैंक, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी, इन्फ्रा और हेल्थकेयर में हरे निशान में कारोबार हो रहा है।
लार्जकैप के साथ-साथ स्मॉलकैप में भी लगभग सपाट कारोबार जारी है। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 2 अंक की हल्की बढ़त के साथ 18,895 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 127 अंक या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,201 पर था।
सेंसेक्स पैक में टाटा मोटर्स, इटरनल, सन फार्मा, भारती एयरटेल, टाटा स्टील, बीईएल और एलएंडटी शीर्ष लाभार्थी बने। दूसरी ओर, ट्रेंट, कोटक महिंद्रा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, टीसीएस, इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एनटीपीसी शीर्ष हानिकारक बने।
जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका द्वारा कई देशों के साथ व्यापार समझौते करने से टैरिफ युद्धों की चिंताएं कम हो रही हैं। हालांकि, इस वर्ष वैश्विक व्यापार प्रभावित हुआ है और वैश्विक वृद्धि लगभग 2.8 प्रतिशत पर धीमी रहने की संभावना है। फिर भी, इक्विटी बाजार 2026 में व्यापार और वृद्धि में सुधार की उम्मीद कर रहा है। यह आशावाद वैश्विक इक्विटी बाजारों में वर्तमान मजबूत और तेजी के ट्रेंड को दर्शाता है।
उन्होंने आगे कहा कि इंफोसिस के पहले तिमाही के अच्छे आंकड़े कमजोर आईटी इंडेक्स को सहारा दे सकते हैं। हालांकि, पूरा आईटी सेक्टर अच्छा प्रदर्शन करेगा, इसकी संभावना कम है।
संस्थागत मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने लगातार दूसरे दिन अपनी बिकवाली जारी रखी और 4,209 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने लगातार 13वें दिन अपनी खरीदारी जारी रखी और इक्विटी में 4,358 करोड़ रुपए का निवेश किया।