क्या नितिन नबीन के भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष बनने से कांग्रेस की वापसी संभव है?
सारांश
Key Takeaways
- भूपेश बघेल का बयान भाजपा के लिए चुनौती का संकेत है।
- नितिन नबीन की नियुक्ति से चुनावी परिदृश्य में बदलाव संभव है।
- भाजपा पर बेरोजगारी का मुद्दा उठने से राजनीतिक दबाव बढ़ सकता है।
रायपुर, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह संकेत कांग्रेस की केंद्र में वापसी का हो सकता है।
यह टिप्पणी तब आई जब नितिन नबीन ने सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में अपने पद का कार्यभार संभाला।
जब मीडिया ने भूपेश बघेल से पूछा कि भाजपा ने बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष क्यों बनाया है, तो उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए एक सकारात्मक संकेत है।"
उन्होंने जोड़ा, "जब नितिन गडकरी बने थे, तब हमारी कांग्रेस सरकार सत्ता में थी। अब, इस दूसरे नितिन के उभरने से यह संकेत मिलता है कि हमारी सरकार केंद्र में लौट सकती है।"
भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए रोजगार के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा कर रही है।" उन्होंने यह भी सवाल किया कि सरकार ने बेरोजगारों को भत्ता कब से देना शुरू करेगी।
जानकारी के अनुसार, नितिन नबीन के बारे में भूपेश बघेल की आलोचना उस समय शुरू हुई जब उन्हें छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए प्रभारी नियुक्त किया गया।
इस बीच, भाजपा का यह निर्णय लोगों को चौंका गया था। कई सवालों के बावजूद, नितिन नबीन ने जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव में काम किया। उनकी मेहनत से भाजपा ने राज्य में वापसी की। इसके बाद, लोकसभा चुनाव 2024 में भी भाजपा ने छत्तीसगढ़ में शानदार प्रदर्शन किया।