क्या फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ बिहार निर्वाचन आयोग सख्त कार्रवाई करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार निर्वाचन आयोग ने फेक न्यूज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
- तथ्यात्मक जानकारी के बिना कोई भी दावा सिद्ध नहीं होगा।
- बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में वोटिंग हुई।
- 14 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित हुए।
- एनडीए ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की।
पटना, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार निर्वाचन आयोग ने बिहार चुनाव के संदर्भ में फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की शिकायत को तथ्यों के साथ प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
बिहार चुनाव के परिणामों के बाद कई विपक्षी नेताओं ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें चुनाव में धांधली का दावा किया गया है। वीडियो में कहा गया है कि पपीते के पत्ते का इस्तेमाल कर वोटिंग के बाद उंगली में लगी स्याही को मिटाया गया और फिर से वोट डाला गया।
बिहार निर्वाचन आयोग ने सुप्रिया श्रीनेत के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के फेक न्यूज फैलाने से बचने का अनुरोध किया है। आयोग ने लिखा, "कृपया वीडियो में उल्लिखित मतदाता का नाम, एपिक नंबर, बूथ नंबर और विधानसभा संख्या प्रदान करें ताकि उचित जांच कर कार्रवाई की जा सके।"
आयोग ने आगे कहा, "बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के उक्त दावा सिद्ध नहीं होता है। किसी भी प्रकार की फेक न्यूज फैलाने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के शेयर किए वीडियो में एक व्यक्ति वोटिंग प्रक्रिया में लापरवाही का आरोप लगाते हुए नजर आ रहा है। युवक कह रहा है, "एक कार्यकर्ता ने हमें बताया कि उसने दो जगह पर वोट डाला। उसके एक आधार कार्ड पर दो स्थानों पर पर्ची आ गई। एक पटना में और दूसरी गांव में। उसने दोनों जगहों पर वोट डाला।"
इस वीडियो में युवक का दावा है कि पहली वोटिंग के बाद उंगली में लगी स्याही को पपीते के पत्ते से मिटा दिया गया।
ज्ञात रहे कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में वोटिंग संपन्न हुई। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को 121 विधानसभा सीटों के लिए और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को 122 विधानसभा सीटों के लिए संपन्न हुई। 14 नवंबर को चुनाव के नतीजे आए, जिसमें एनडीए ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की।