क्या दिलीप जायसवाल सरकार के कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- सरकारी कार्यों को जनता के बीच ले जाने का निर्णय।
- 15 अगस्त के बाद एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन।
- भ्रामक प्रचार का मुकाबला करने की तैयारी।
- संगठनात्मक मजबूती पर फोकस।
- नीतीश कुमार के नेतृत्व में ऐतिहासिक प्रगति।
पटना, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनावों की तैयारी में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी गति को तेज कर दिया है। इस संदर्भ में मंगलवार को पटना में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के नेतृत्व में कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई। दिलीप जायसवाल ने सरकार के किए गए कार्यों को लेकर जनता के बीच जाने का निर्णय लिया।
बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक के बाद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "कोर कमेटी ने आज चार महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी राय रखी, जिसमें सबसे प्रमुख चुनाव की तैयारी से संबंधित मुद्दा है। 15 अगस्त के बाद पूरे बिहार में पार्टी के नेता एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करेंगे। इसके अलावा, 8 अगस्त को माता सीता के मंदिर का शिलान्यास गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की एनडीए सरकार ने प्रगति के मामले में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। विपक्ष लगातार भ्रामक प्रचार करने में जुटा हुआ है। हम अपने कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि विपक्ष किस तरह भ्रांतियाँ फैला रहा है।
दिलीप जायसवाल ने बैठक की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा करते हुए लिखा, "संगठनात्मक मजबूती की दिशा में सार्थक संवाद! आज प्रदेश कार्यालय में आयोजित महत्वपूर्ण संगठनात्मक बैठक में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेन्द्र और संगठन महामंत्री भिखुभाई दलसानिया की गरिमामयी उपस्थिति में भाग लिया। बैठक में संगठन के आगामी कार्य योजना, विस्तार और जनसंपर्क की रणनीति पर गहन चर्चा हुई। बैठक में क्षेत्रीय प्रभारी, सह क्षेत्रीय प्रभारी एवं प्रदेश महामंत्री समेत अन्य संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। यह संवाद संगठनात्मक सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। संगठन की जड़ें जितनी मजबूत होंगी, जनसेवा उतनी ही प्रभावी होगी।"
एक अन्य पोस्ट में जायसवाल ने बैठक में संगठनात्मक मजबूती, आगामी राजनीतिक रणनीतियों एवं जनहित से जुड़े विषयों पर विस्तृत विचार-विमर्श की चर्चा की।