क्या पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों ने मर्यादा की सारी हदें पार कर दीं?

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क्या पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों ने मर्यादा की सारी हदें पार कर दीं?

सारांश

बिहार के सियासी गलियारों में पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा और इसके सहयोगी दलों ने कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला किया। इस मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। क्या यह विवाद सियासत में नई हलचल लाएगा?

Key Takeaways

  • भाजपा और कांग्रेस के बीच बढ़ते विवाद ने सियासी माहौल को गरमा दिया है।
  • विजय कुमार सिन्हा ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणियों की कड़ी निंदा की।
  • भाजपा नेताओं ने कांग्रेस से माफी की मांग की है।
  • इस विवाद ने राजनीतिक गरिमा को लेकर सवाल उठाए हैं।
  • विपक्ष अभी तक इस मुद्दे पर स्पष्टता नहीं दे पाया है।

पटना, २ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कांग्रेस और राजद समर्थकों द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी पर भाजपा और इसके सहयोगी दलों ने कांग्रेस और राजद पर तीव्र हमला किया है।

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्र प्रेस से कहा, "राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की पार्टी के लोग पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, इससे पूरा देश आहत है। पीएम मोदी के साथ बिहार की माता-बहनें इस बदसलूकी का बदला लेने के लिए तैयार हैं।"

मंत्री अशोक चौधरी ने इसे व्यक्तिगत और भावनात्मक चोट बताते हुए कहा, "हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि किसी ने भगवान को नहीं देखा, लेकिन माता-पिता ही असली देवता होते हैं। जिन्होंने हमें जन्म दिया, संस्कार दिए, उनका अपमान किसी भी व्यक्ति को आहत करेगा। प्रधानमंत्री भी एक इंसान हैं, उन्हें दुख होना स्वाभाविक है।"

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा, "राहुल गांधी को इस शर्मनाक घटना के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। लेकिन, इसके बजाय उनका इकोसिस्टम इसे सही ठहराने में लगा है। यह कांग्रेस की नीच राजनीति को दर्शाता है।"

वहीं, उत्तर प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर ने कहा, "यह दुर्भावना और पतनशील सोच का परिणाम है। ऐसे बयान केवल खुद को नुकसान पहुंचाने वाले हैं। जब बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है, तब इस तरह के बयान सामने आते हैं। इनका पतन तय है।"

मंत्री संजय निषाद ने इस घटनाक्रम को भारतीय सभ्यता के विरुद्ध बताते हुए कहा, "यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की धरती है, जहां ऐसे अपशब्दों की कोई जगह नहीं। जो प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे अभद्र शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं, वह देश की अन्य माताओं, बहनों और बेटियों का क्या सम्मान करेंगे? यही कारण है कि जनता ने इन्हें सत्ता से दूर रखा है और आगे भी रखेगी।"

इस पूरे विवाद ने सियासी गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है। जहां एक ओर भाजपा इसे कांग्रेस और राजद की 'घटिया राजनीति' करार दे रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष अभी तक इस मामले पर खुलकर सफाई नहीं दे पाया है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि इस तरह की टिप्पणियाँ भारतीय राजनीति में एक गंभीर चिंता का विषय हैं। हमें हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि राजनीतिक संवाद की मर्यादा बनाए रखना आवश्यक है। राजनीतिक मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन इस तरह की अभद्र टिप्पणियाँ किसी भी लोकतंत्र के लिए उचित नहीं हैं।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

क्यों पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी की गई?
कांग्रेस और राजद समर्थकों ने बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणियाँ की हैं, जिसके कारण भाजपा ने तीव्र प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा नेताओं ने इस पर क्या कहा?
भाजपा नेताओं ने इसे देश के लिए अपमानजनक बताया है और कांग्रेस के नेताओं से माफी की मांग की है।
क्या यह मामला राजनीतिक विवाद में तब्दील हो गया है?
जी हां, इस पूरे विवाद ने सियासी गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है और भाजपा इसे कांग्रेस की घटिया राजनीति करार दे रही है।
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