क्या बिहार में 14 नवंबर को रोजगार देने वाली सरकार आएगी: सुरेंद्र राजपूत?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में रोजगार का मुद्दा मुख्य है।
- प्रधानमंत्री मोदी की सभाओं का प्रभाव कम है।
- सुरेंद्र राजपूत का जोर युवाओं पर है।
- राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर विवाद है।
- यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं।
लखनऊ, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार तेज हो गया है। इस बीच, कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभाओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये सभाएं आम जनता पर कोई प्रभाव नहीं डालेंगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता ऐसी सरकार का चयन करेगी जो युवाओं को रोजगार मुहैया कराएगी। 14 नवंबर को बिहार में ऐसी सरकार सत्ता में आएगी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा आरएसएस से सावधान रहने और सनातनियों से दूर रहने के बयान के संदर्भ में कांग्रेस नेता ने कहा कि सिद्धारमैया स्वयं एक सनातनी हैं। उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि संघ से दूरी बनाए रखना चाहिए। उन्होंने एबीवीपी का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके कार्यकर्ता बालिकाओं का वीडियो बनाते हैं। दूसरी ओर, दिल्ली में डूसू के जॉइंट सेक्रेटरी दीपिका झा द्वारा एक प्रोफेसर पर हमला किया गया। ये ताजे उदाहरण हैं। सिद्धारमैया का कहना सही है कि संघ से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ब्रह्मोस मिसाइल वाले बयान पर सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि उन्हें कांग्रेस की सराहना करनी चाहिए। ब्रह्मोस मिसाइल का विकास कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ, बजट आवंटित किया गया और तकनीकी आधार तैयार किया गया। हमारी सेना इतनी सक्षम है कि वह न केवल पाकिस्तान, बल्कि चीन और अन्य देशों पर भी घातक प्रहार कर सकती है।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के बयान पर राजपूत ने कहा कि वह एक आतंकी जनरल हैं। यदि ट्रंप के हस्तक्षेप से सीजफायर न हुआ होता, तो पाकिस्तान का नामो-निशान मिट गया होता। पीओके हमारा होता और बलूचिस्तान स्वतंत्र हो गया होता। हमारी सेना ने 48 घंटों में उनके एयरबेस खत्म किए। जो भैंस बेचकर राष्ट्रपति का खर्चा चला रहे हैं, उन्हें भारत के बारे में बयानबाजी से बचना चाहिए। भारत में वह क्षमता है कि वह पूरे पाकिस्तान को नेस्तनाबूद कर सकता है।
दीपावली के संदर्भ में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि उनके सुझाव को सकारात्मक रूप से देखना चाहिए। वास्तव में, अखिलेश यादव ने दिवाली उत्सव पर सरकार के खर्च पर सवाल उठाते हुए सुझाव दिया कि भारत को दुनियाभर में क्रिसमस मनाने के तरीकों से सीखना चाहिए। दुनियाभर में क्रिसमस के दौरान सभी शहर जगमगा उठते हैं और यह महीनों तक चलता है। हमें उनसे सीखना चाहिए। दीयों और मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों करना?
उप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि वे बिहार में जुमलेबाजी करते हैं। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि यूपी में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध हो रहे हैं। हरिओम वाल्मीकि और दलित लड़कियों की हत्याएं हो रही हैं। योगी को इन आंकड़ों पर ध्यान देना चाहिए।
दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट के काफिले पर हुए पथराव पर राजपूत ने कहा, "भाजपा के लोग बंगाल के लोगों को दुश्मन मानने लगे हैं। वे बंगालवासियों को बदनाम कर रहे हैं और बंगाली भाषियों को बांग्लादेशी बताकर अराजकता फैला रहे हैं। पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है। अपने ही देशवासियों को दुश्मन बताया जा रहा है।"