क्या बिहार में अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है? : अरुण भारती

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में आपराधिक घटनाएं चिंता का विषय हैं।
- सरकार एक्शन ले रही है।
- रोजगार प्रदान करने के लिए योजनाएं आवश्यक हैं।
- भाषा की गरिमा बनाए रखना चाहिए।
- मतदाता सूची में फर्जी वोटरों की पहचान जरूरी है।
पटना, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोजपा (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव द्वारा कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवालों पर कहा कि उन्हें इतिहास की जानकारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाएं हमारे लिए चिंता का विषय हैं, लेकिन जब अपराध हो रहे हैं तो एक्शन भी हो रहा है।
उन्होंने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के सवाल उठाने पर कहा कि शायद ऐसा कोई दिन नहीं होगा जब वे बिना चुनाव के बिहार आए हों। बिहार में चुनाव है, इसलिए वे आ रहे हैं। अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को रोजगार देने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है, इससे पलायन रोकने में मदद मिलेगी। ऐसी योजनाएं आती रहनी चाहिए।
तेजस्वी यादव के अपराधियों के 'सम्राट' और 'विजय' होने पर उन्होंने कहा कि उन्हें बतौर नेता प्रतिपक्ष मुद्दों को गंभीरता से उठाना चाहिए। उनकी भाषा की मर्यादा गिरती जा रही है। वे जिस तरह पत्रकारों के 'सूत्र' को 'मूत्र' की संज्ञा देते हैं, वह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सरकार से किसी को विरोधाभास हो सकता है। आप सरकार की नीतियों से असहमत हो सकते हैं, लेकिन इसे गरिमामयी भाषा में उठाना चाहिए। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के तहत 35 लाख वोटरों के नाम कटने की बात सामने आने पर उन्होंने कहा कि ऐसे वोटर जो इस दुनिया में नहीं हैं, उनके नाम पर फर्जी वोट दिया जाता था, ऐसे लोगों को हटाया जाना सही है।
उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि चुनाव आयोग इस पर सजग होगा कि उसे इसका जवाब सुप्रीम कोर्ट को भी देना है। ऐसे में उसके पास जरूर कोई आधार होगा। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और उसका बड़ा उत्तरदायित्व भी है। ऐसा पहले भी होता रहा है और इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।