क्या 14 नवंबर को बिहार में परिवर्तन की नई शुरुआत होगी, तेजस्वी यादव का क्या कहना है?

सारांश
Key Takeaways
- 14 नवंबर 2025
- महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए जनता को एकजुट होना होगा।
- बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए तेजस्वी यादव का वादा।
- बिहार की समस्याओं का समाधान एक नई सरकार के माध्यम से।
- युवा, साहसी और योग्य मुख्यमंत्री की आवश्यकता।
पटना, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के पश्चात, नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को एक गहन संदेश साझा किया। इस संदेश में उन्होंने 14 नवंबर 2025 को बिहार के उज्जवल भविष्य, परिवर्तन और विकास की शुरुआत की तारीख के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने इस पोस्ट के माध्यम से बिहार के निवासियों से आग्रह किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में पूरा राज्य महागठबंधन की सरकार बनाने हेतु एकजुट होकर प्रयास करे।
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बिहारवासियों को संबोधित करते हुए लिखा, "14 नवंबर 2025, इस तारीख को हमें हमेशा याद रखना है। जब भी भविष्य में इतिहास के पन्ने पलटे जाएंगे, तो यह तारीख बिहार के उज्ज्वल भविष्य, परिवर्तन, विकास और प्रगति की शुरुआत के रूप में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगी। परिवर्तन का बिगुल बज चुका है, जनता की जीत का शंखनाद हो चुका है। अब पूरे मनोयोग और सम्पूर्ण ऊर्जा के साथ हर बिहारवासी को महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए जुट जाना है।"
उन्होंने कहा कि बदलाव की चाहत रखने वाला बिहार अब 20 साल बाद परिवर्तन के लिए वोट देगा। इस प्रदेश में सबसे अधिक युवाओं की जनसंख्या है, जो अबकी बार युवा बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए वोट करेंगे। बिहार में ऐसा एक भी घर नहीं होगा जहाँ का युवा बेरोजगार रहेगा। तेजस्वी सरकार सभी को सरकारी नौकरी देगी। जो कार्य एनडीए सरकार ने 17 वर्षों में नहीं किया, वह हमने 17 महीनों में कर दिखाया। जो कार्य इस सरकार ने 20 वर्षों में नहीं किया, वह हम 20 महीनों में करके दिखाएंगे। हम सबके सहयोग से एक बेहतर, विकसित और नया बिहार बनाएंगे।
तेजस्वी ने सवाल किया कि 20 वर्षों में बिहार ने कितनी समस्याओं का सामना किया है। दुःख, पीड़ा, अपराध, गुंडागर्दी, हत्या, बलात्कार, भ्रष्टाचार और कई अन्य समस्याएँ। उन्होंने कहा कि 20 साल से बिहार इन समस्याओं से लड़ रहा है, यह सोचते हुए कि एक दिन ये सब समाप्त होगा। लेकिन पिछले बीस वर्षों में बिहारवासियों को इन मुसीबतों से मुक्ति नहीं मिली। इनसे मुक्ति का एक ही समाधान है - इस नाकाम, निकम्मी, भ्रष्टाचार वाली सरकार से छुटकारा पाना। अब 20 वर्षों के बाद यह अवसर फिर से आया है, और बिहार इसे हाथ से नहीं जाने देगा। प्रत्येक मतदाता परिवर्तन के लिए तैयार है, हर कोई महागठबंधन की सरकार चाहता है। युवा उत्साही, साहसी, विजनरी और निर्भीक मुख्यमंत्री की आवश्यकता है।
तेजस्वी ने इशारों-इशारों में सीएम नीतीश कुमार को निशाना बनाते हुए कहा कि बिहार को ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो मानसिक विकारों से ग्रसित न हो। ऐसा मुख्यमंत्री जो हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने के बजाय बिहार के हक के लिए शेर की तरह गर्जना कर सके। वह मुख्यमंत्री जिसने अपराधियों को थर्राने पर मजबूर कर दे और भ्रष्टाचार का नामोनिशान मिटा दे। मैं सभी बिहारवासियों को धन्यवाद देता हूँ और विश्वास दिलाता हूँ कि जब हमारी सरकार बनेगी, तब हम पहले दिन से बिहार में परिवर्तन की नई गाथा लिखना शुरू कर देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि आज केवल चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई, बल्कि बिहार के उत्सव की शुरुआत हुई है। यह उत्सव दिवाली और छठ पूजा के बाद खत्म होगा, और उस दिन हर बिहारवासी तेजस्वी के साथ जीत का चयन करेगा, क्योंकि उस दिन हर बिहारवासी बनेगा बिहार का सीएम यानी चेंज मेकर… नए बिहार का भाग्यविधाता।