क्या रांची की बिरसा मुंडा जेल में कैदियों का डांस वीडियो वायरल होना न्यायालय के लिए चिंता का विषय है?
सारांश
Key Takeaways
- जेल में कैदियों का डांस वीडियो वायरल हुआ है।
- हाईकोर्ट ने मामले पर स्वतः संज्ञान लिया।
- जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं।
- वीडियो के सामने आने के बाद कार्रवाई हुई।
- मामले की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी।
रांची, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड हाईकोर्ट ने रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में कैदियों का डांस करते हुए वीडियो वायरल होने की घटना पर स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए जेल की व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए।
मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने अगली सुनवाई के लिए राज्य के जेल आईजी को सशरीर उपस्थित होने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, जेल में वीडियो रिकॉर्डिंग से संबंधित डीवीआर भी अदालत में पेश करने का आदेश दिया गया है।
अदालत ने जेल के भीतर कैदियों के डांस की इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” और “शर्मनाक” करार देते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती हैं। अदालत ने यह भी सवाल उठाया कि जेल जैसे अति-संवेदनशील स्थान में गंभीर मामलों में आरोपितों को इस प्रकार की छूट कैसे मिली? वायरल वीडियो से यह स्पष्ट है कि वहां मोबाइल फोन का उपयोग किया जा रहा था।
राज्य सरकार की ओर से पेश अधिवक्ता पीयूष चित्रेश ने अदालत को बताया कि वायरल वीडियो के सामने आने के बाद जेल विभाग ने कार्रवाई करते हुए जेलर देवनाथ राम और जमादार विनोद यादव को निलंबित कर दिया है।
अधिवक्ता ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद कई स्तरों पर जांच की गई और पाया गया कि यह घटना कारा परिसर के एक विशेष हॉल में हुई थी। वायरल वीडियो में नजर आए कैदी विधु गुप्ता और सिद्धार्थ सिंघानिया शराब एवं जीएसटी घोटाले के आरोपी थे। घटना के समय दोनों जेल में बंद थे, हालांकि वर्तमान में वे जेल से बाहर हैं।
अदालत ने इस प्रकार की घटनाओं को जेल प्रशासन की गंभीर विफलता बताते हुए कहा कि कैदियों का डांस कर वीडियो बनाना और उसका बाहर आना किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। अब इस मामले की अगली सुनवाई मंगलवार को होगी।