क्या भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य को पर्यवेक्षक बना कर सही कदम उठाया?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की है।
- भाजपा केशव प्रसाद मौर्य को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
- शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को होगा।
- राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा की स्थिति मजबूत हुई है।
- कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य नेता शामिल होंगे।
पटना, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने पूर्ण बहुमत के साथ प्रचंड जीत हासिल की। जहां एक ओर एनडीए को 202 सीटें मिलीं, वहीं भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। भाजपा को 89 और जेडीयू को 85 सीटें प्राप्त हुई हैं। भाजपा ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बिहार में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि भाजपा के संसदीय बोर्ड ने बिहार में पार्टी विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केशव प्रसाद मौर्य को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। साथ ही, इस प्रेस विज्ञप्ति में केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को केंद्रीय सह-पर्यवेक्षक बनाया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में विपक्ष को करारी हार मिली है, जबकि एनडीए को बड़ी जीत प्राप्त हुई है। अब विधायक दल के नेता का चुनाव होना है, जिसके लिए भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य को केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर नियुक्त किया है।
भाजपा को 89, जेडीयू को 85, राजद को 25, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 19, कांग्रेस को 6, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को 5 और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा को 5 सीटें मिली हैं।
बिहार में एनडीए की नई सरकार के गठन की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। पटना के गांधी मैदान में नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसकी तैयारियां तेज हो गई हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के अनुसार, 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा। 19 नवंबर को विधायक दल की बैठक आयोजित की जाएगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि इस कार्यक्रम में 2 से 3 लाख लोग शामिल होंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य महत्वपूर्ण लोग शामिल होंगे।