क्या भाजपा की हुंकार 'हर घर तिरंगा' राष्ट्रभक्ति की जनचेतना है?

सारांश
Key Takeaways
- हर घर तिरंगा अभियान राष्ट्रभक्ति को जागृत करता है।
- मुख्यमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग पर जोर दिया।
- मतदाता पुनरीक्षण लोकतंत्र की आधारशिला है।
- भाजपा का उद्देश्य संगठनात्मक मजबूती है।
- युवाओं को प्रेरित करना इस अभियान का एक प्रमुख पहलू है।
लखनऊ, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश संगठनात्मक बैठक रविवार को राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रधर्म के संकल्पों और चुनावी रणनीति के साथ संपन्न हुई। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।
बैठक में हर घर तिरंगा अभियान, मतदाता सूची पुनरीक्षण, संगठनात्मक मजबूती और आगामी चुनावी तैयारी पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 'हर घर तिरंगा' केवल झंडा फहराने का आयोजन नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रभक्ति की एक जनचेतना है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में लगातार चौथी बार चलाया जा रहा अभियान है जिसने देश की आत्मा को जागृत किया है।
उन्होंने कहा कि तिरंगा अभियान को स्वदेशी उत्पादों से जोड़ा जाना चाहिए। 'हर हाथ में स्वदेशी, हर घर में तिरंगा' आत्मनिर्भर भारत की जमीनी व्याख्या है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए ओडीओपी और स्थानीय शिल्प को बढ़ावा देने की अपील की। कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मालेगांव मामले में जैसे ही सत्य सामने आया, कांग्रेस की भगवा को आतंक से जोड़ने की साजिशें बेनकाब हो गईं। 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर विपक्ष का दुष्प्रचार देशविरोधी शक्तियों की ढाल बनने जैसा है।
मुख्यमंत्री ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लोकतंत्र की आधारशिला बताते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए। 18 वर्ष की आयु पार कर चुके युवाओं को जोड़ना संगठन की परिपक्वता का संकेत है।
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने ‘हर घर तिरंगा’ को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताया और कहा कि यह केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि देश के प्रति आस्था और जिम्मेदारी की जन-अभिव्यक्ति है। उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब भाजपा जनकल्याण में जुटी है, तब विपक्ष नकारात्मकता फैलाने में व्यस्त है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से मतदाता पुनरीक्षण अभियान में ईमानदारी और जोश से काम करने का आह्वान किया। भाजपा 'विकास, सुशासन और राष्ट्रहित' की राजनीति में विश्वास रखती है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हर घर तिरंगा केवल एक अभियान नहीं, बल्कि यह राष्ट्रभक्ति की जनक्रांति है। उन्होंने कहा कि तिरंगे की यह चेतना गली-गली, गांव-गांव तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता केवल चुनावी सिपाही नहीं, बल्कि लोकतंत्र के प्रहरी हैं। ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ को जमीनी सच्चाई बनाएं।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि तिरंगा भारत की एकता, अखंडता और स्वाभिमान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जिस बूथ पर संगठन मजबूत होता है, वहां जनविश्वास स्वयं खड़ा हो जाता है। भाजपा कार्यकर्ताओं को अपने बूथों को संगठनात्मक रूप से सशक्त बनाना होगा। प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि तिरंगे को केवल प्रतीक नहीं, बल्कि संकल्प बनाएं। उन्होंने तिरंगा अभियान के तहत 10 से 12 अगस्त तक मंडलों में तिरंगा यात्राओं, 12 से 14 अगस्त तक स्वच्छता अभियान, और 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर मौन जुलूस के आयोजन की रूपरेखा साझा की।
राष्ट्रीय संयोजक (चुनाव संपर्क विभाग) ओम पाठक ने कहा कि 'बूथ जीता, चुनाव जीता' केवल नारा नहीं, बल्कि भाजपा की सिद्ध रणनीति है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को पन्ना प्रमुखों की सक्रियता और बूथ प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हर घर तिरंगा अभियान के राष्ट्रीय सहसंयोजक और पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि तिरंगा केवल झंडा नहीं, यह राष्ट्र के प्रति समर्पण का संदेश है। कार्यकर्ताओं को समाज में एकता, समरसता और सशक्त भारत का संदेश ले जाना है।