क्या बोकारो में क्वार्टर के आउटहाउस में पति-पत्नी और बच्चे की संदिग्ध मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- बोकारो में एक दंपती और उनके बच्चे की संदिग्ध मौत हुई।
- परिवार आर्थिक दबाव का सामना कर रहा था।
- पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
- स्थानीय लोगों के अनुसार, कुंदन तिवारी उधार लेता था।
- इस मामले की जांच जारी है।
बोकारो, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की बोकारो स्टील सिटी में बुधवार को दोपहर के समय एक क्वार्टर के आउटहाउस में एक दंपती और उनके दो साल के बच्चे के शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। मृतकों की पहचान 37 वर्षीय कुंदन तिवारी, उनकी 32 वर्षीय पत्नी रेखा कुमारी और उनके बेटे श्रेयांश के रूप में हुई है।
बोकारो के हरला थाने की पुलिस ने तीनों शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि परिवार लंबे समय से आर्थिक दबाव में था। पुलिस का मानना है कि अत्यधिक तनाव और कर्ज के बोझ ने इस परिवार को इस दर्दनाक मोड़ तक पहुंचा दिया।
कुंदन तिवारी का मूल निवास बिहार के बांका जिले में था, जबकि रेखा कुमारी का मायका बोकारो के तुपकाडीह में है। दोनों ने प्रेम विवाह किया था और पिछले कुछ समय से सेक्टर 9 ए स्थित बोकारो स्टील सिटी के एक क्वार्टर के आउटहाउस में रह रहे थे।
बुधवार को देर तक जब आउटहाउस का दरवाजा नहीं खुला तो लोगों ने अनहोनी की आशंका जताई। रेखा के माता-पिता और परिजन जब मौके पर पहुंचे तो दरवाजा खोला गया। तीनों के शव कमरे में पड़े मिले।
आशंका जताई जा रही है कि बच्चे की हत्या तकिए से दबाकर की गई और इसके बाद दंपती ने फांसी लगाकर जान दे दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुंदन तिवारी का कई लोगों से उधार लेने का इतिहास था और वह खुद को किसी बड़े अस्पताल से जुड़ा बताता था।
चर्चा है कि उस पर करीब 25 लाख रुपए का कर्ज था, जिसके कारण वह लगातार परेशान रहता था। इसी आर्थिक दबाव के चलते परिवार में तनाव बढ़ता गया। मृतका रेखा की मां ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
उनका कहना है कि कुंदन ने मकान मालिक से भी बड़ी रकम उधार ली थी और कुछ दिन पहले पैसे को लेकर धमकी दी गई थी। इस तनाव की शिकायत लेकर वे थाने भी गई थीं। हालात को संभालने के लिए हाल ही में एक सोने की अंगूठी भी दी गई थी, लेकिन समस्याएं कम नहीं हुईं।