क्या ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला ने 'नीसडन मंदिर' का दौरा किया?

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क्या ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला ने 'नीसडन मंदिर' का दौरा किया?

सारांश

ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला ने 'नीसडन मंदिर' का दौरा किया, जो विश्व प्रसिद्ध बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर है। यह मंदिर 1995 से भक्तों को आकर्षित कर रहा है और इसकी दिव्यता ने लाखों दिलों में अमिट छाप छोड़ी है।

Key Takeaways

  • नीसडन मंदिर 1995 से एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
  • ब्रिटिश राजपरिवार का मंदिर के प्रति दीर्घकालिक संबंध है।
  • शाही दंपति ने मंदिर के सामाजिक सेवा कार्यों की सराहना की।
  • द फेलिक्स प्रोजेक्ट के साथ साझेदारी का महत्व।
  • पेरिस में नए हिंदू मंदिर का उद्घाटन।

लंदन, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रमुख स्वामी महाराज द्वारा स्थापित, 'नीसडन मंदिर' के नाम से जाना जाने वाला यह बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर लंदन में एक विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। इस मंदिर के दर्शन के लिए 1995 से लेकर आज तक लाखों भक्तों ने यहां आकर अपनी श्रद्धा अर्पित की है। सामान्य व्यक्तियों से लेकर अनेक प्रतिष्ठित महानुभाव तक इस मंदिर की दिव्यता का अनुभव कर चुके हैं। इस मंदिर की अद्वितीय आभा हर दर्शनार्थी के हृदय पर एक गहरी छाप छोड़ती है।

ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी महारानी कैमिला ने नीसडन मंदिर का दौरा किया। इस अवसर पर दिवाली और हिंदू नव वर्ष के उत्सव का माहौल था, और मंदिर के 30 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शाही दंपति ने इस मंदिर का दौरा किया।

इस अवसर पर, लंदन बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष श्री जीतूभाई पटेल ने शाही परिवार का स्वागत किया। प्रिंस ऑफ वेल्स और डचेस ऑफ कॉर्नवाल के रूप में पूर्व यात्राओं के बाद, यह शाही दंपति का मंदिर का पहला दौरा था। इस प्रकार की यात्राएं बीएपीएस हिंदू समुदाय के साथ उनके दीर्घकालिक संबंधों को दर्शाती हैं।

1995 में उद्घाटन के बाद से, नीसडन मंदिर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बन गया है। यह मंदिर श्रद्धा, सेवा और भारतीय संस्कृति का अद्वितीय प्रतीक बन चुका है, जिसने बाल विकास, वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल, स्वास्थ्य और मानवीय सहायता जैसे अनेक सेवा कार्यों के माध्यम से ब्रिटिश समाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

अपनी यात्रा के दौरान, शाही दंपति ने मंदिर के स्वयंसेवकों और भक्त समुदाय से मिलकर मंदिर के सेवा कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की, जिसमें द फेलिक्स प्रोजेक्ट के साथ मंदिर की दीर्घकालिक साझेदारी शामिल है। यह एक चैरिटी संस्था है जो कमजोर वर्ग के लोगों की भूख मिटाने के लिए अतिरिक्त भोजन का पुनर्वितरण करती है। यह सेवा कार्य किंग चार्ल्स के कोरोनेशन फूड प्रोजेक्ट का एक अभिन्न भाग है।

मुलाकात के दौरान, शाही दंपति को पेरिस में आगामी सितंबर 2026 में उद्घाटन होने जा रहे बीएपीएस स्वामीनारायण हिंदू मंदिर, पेरिस के बारे में जानकारी मिली। यह फ्रांस का पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर होगा। उन्होंने मंदिर निर्माण परियोजना टीम के मुख्य सदस्यों से भी भेंट की।

लंदन मंदिर के प्रमुख संत योग विवेकदास स्वामी ने टिप्पणी की, “इस ऐतिहासिक अवसर पर भक्त समुदाय शाही दंपति का नीसडन मंदिर में स्वागत करते हुए आनंदित है। हम उनके मित्रता और मंदिर के सामाजिक सेवा कार्यों में उनकी रुचि के लिए आभारी हैं।”

विश्वव्यापी बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के आध्यात्मिक प्रमुख, महंत स्वामी महाराज ने भारत से एक वीडियो संदेश के माध्यम से शाही परिवार के लिए अपनी प्रार्थना और आशीर्वाद व्यक्त करते हुए कहा: “आपकी सार्वजनिक सेवा के दशकों के दौरान, आपने आस्था को महत्व दिया है और धर्मों के बीच सद्भाव को बढ़ावा दिया है; आज आपकी उपस्थिति इसका प्रमाण है।”

महंत स्वामी महाराज ने किंग चार्ल्स को एक व्यक्तिगत पत्र में संपूर्ण यूके देश की प्रगति और समृद्धि के लिए भी आशीर्वाद दिया।

मंदिर की सामाजिक और आध्यात्मिक सेवा प्रवृत्तियों में निरंतर अपना अमूल्य योगदान दे रहे स्वयंसेवकों की भक्ति और सेवा को सराहते हुए शाही दंपति ने विदाई ली।

विशेष टिप्पणी: ब्रिटिश राजपरिवार और बीएपीएस संस्था

शाही परिवार और बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के सेवा कार्यों के साथ किंग चार्ल्स तृतीय (तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स) और क्वीन कैमिला (तत्कालीन डचेस ऑफ कॉर्नवाल) के संबंध नीचे सूचीबद्ध हैं:

• 1996: मंदिर के उद्घाटन के तुरंत बाद, किंग चार्ल्स (प्रिंस ऑफ वेल्स के रूप में) ने नीसडन मंदिर का पहला दौरा किया।

• 1997: किंग चार्ल्स ने सेंट जेम्स पैलेस में मंदिर के प्रेरक और निर्माता प्रमुख स्वामी महाराज का स्वागत किया।

• 2001: गुजरात भूकंप के बाद, प्रभावितों की सहायता के लिए किए गए राहत प्रयासों को पहचानने और समर्थन देने के लिए किंग चार्ल्स ने मंदिर का दौरा किया।

• 2005: लंदन के साइंस म्यूजियम में 'मिस्टिक इंडिया' के रॉयल वर्ल्ड चैरिटी प्रीमियर में किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला ने भाग लिया।

• 2005 और 2009: किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला ने 2007 में नीसडन मंदिर में दिवाली समारोह में और 2009 में होली पर्व के अवसर पर दौरा किया।

• 2013: भारत यात्रा के दौरान किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला ने नई दिल्ली स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम का दौरा किया।

• 2016: प्रमुख स्वामी महाराज के देहविलय के बाद किंग चार्ल्स ने शोक संदेश भेजा।

• 2020: नीसडन मंदिर की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर किंग चार्ल्स ने वीडियो संदेश भेजा।

• 2022: प्रमुख स्वामी महाराज के शताब्दी जन्म समारोह के अवसर पर किंग चार्ल्स ने विशेष संदेश भेजा।

• 2023: बीएपीएस यूके के अध्यक्ष श्री जीतू भाई पटेल ने हिंदू धर्म के प्रतिनिधि के रूप में वेस्टमिंस्टर एब्बे में शाही दंपत्ति के राज्याभिषेक समारोह में भाग लिया।

Point of View

बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे शाही परिवार और विभिन्न धर्मों के बीच संवाद और सहयोग की भावना बढ़ रही है। यह एक ऐसा समय है जब हमें आपसी समझ और सहिष्णुता को बढ़ावा देना चाहिए।
NationPress
30/10/2025

Frequently Asked Questions

नीसडन मंदिर कब स्थापित हुआ था?
नीसडन मंदिर का उद्घाटन 1995 में हुआ था।
ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय का मंदिर से क्या संबंध है?
किंग चार्ल्स तृतीय ने कई बार नीसडन मंदिर का दौरा किया है और बीएपीएस संस्था के सेवा कार्यों का समर्थन किया है।
नीसडन मंदिर का मुख्य उद्देश्य क्या है?
यह मंदिर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कार्य करता है और सेवा कार्यों के माध्यम से ब्रिटिश समाज में योगदान देता है।
द फेलिक्स प्रोजेक्ट क्या है?
द फेलिक्स प्रोजेक्ट एक चैरिटी संस्था है जो कमजोर वर्ग के लोगों की भूख मिटाने के लिए अतिरिक्त भोजन का पुनर्वितरण करती है।
इस मंदिर का महत्व क्या है?
यह मंदिर श्रद्धा, सेवा और भारतीय संस्कृति का प्रतीक है और विभिन्न सेवा कार्यों के माध्यम से समाज में योगदान देता है।