क्या ब्रिटिश फाइटर जेट को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के मरम्मत केंद्र में ले जाया जाएगा?

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क्या ब्रिटिश फाइटर जेट को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के मरम्मत केंद्र में ले जाया जाएगा?

सारांश

ब्रिटिश एफ-35बी लाइटनिंग II स्टेल्थ लड़ाकू विमान, जो तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग के बाद रुका है, अब मरम्मत के लिए हवाई अड्डे के रखरखाव केंद्र में ले जाया जाएगा। जानें इसके पीछे की पूरी कहानी और तकनीकी विवरण।

Key Takeaways

  • ब्रिटिश एफ-35बी ने तिरुवनंतपुरम में आपातकालीन लैंडिंग की।
  • हवाई अड्डे के रखरखाव केंद्र में इसकी मरम्मत की जाएगी।
  • ब्रिटिश उच्चायोग ने भारतीय अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
  • लॉकहीड मार्टिन की तकनीकी टीम जल्द ही आएगी।
  • विमान की तकनीकी खराबी का समाधान किया जाएगा।

नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। ब्रिटिश उच्चायोग ने शुक्रवार को जानकारी दी है कि तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने वाले ब्रिटेन के एफ-35बी लाइटनिंग II स्टेल्थ लड़ाकू विमान को हवाई अड्डे के रखरखाव, मरम्मत और सुविधा केंद्र में भेजा जाएगा, जहाँ इसकी मरम्मत की जाएगी।

ब्रिटिश हाई कमीशन के प्रवक्ता ने बताया, "तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक ब्रिटिश एफ-35बी विमान में तकनीकी खराबी के कारण इसे रोका गया है। ब्रिटेन ने विमान को हवाई अड्डे की मरम्मत और रखरखाव सुविधा में ले जाने के प्रस्ताव को स्वीकार किया है। ब्रिटिश इंजीनियरिंग टीमें विशेष उपकरणों के साथ पहुंचने के बाद विमान को हैंगर में ले जाएंगी, ताकि अन्य विमानों की नियमित मरम्मत में कम से कम बाधा हो।"

उन्होंने आगे कहा, "मरम्मत और सुरक्षा जांच पूरी हो जाने के बाद विमान सक्रिय सेवा में वापस आ जाएगा। सुरक्षा और सुरक्षा सावधानियों का पालन सुनिश्चित करने के लिए ग्राउंड टीमें भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं। हम भारतीय अधिकारियों और तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं।"

गौरतलब है कि यह स्टेल्थ लड़ाकू विमान 14 जून को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग कर चुका है। अब यह विमान अमेरिकी निर्माता लॉकहीड मार्टिन के इंजीनियरों की एक टीम का इंतज़ार कर रहा है, जो तकनीकी खराबी को दूर करने में मदद करेगी।

यह उन्नत लड़ाकू विमान ब्रिटेन के एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा है, जो वर्तमान में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तैनात है। यह विमान भारतीय नौसेना के साथ संयुक्त समुद्री अभ्यास पूरा करने के बाद बेस पर लौट रहा था, तभी तिरुवनंतपुरम में इसकी आपातकालीन लैंडिंग हुई।

विमान में ईंधन का स्तर बहुत कम होने की सूचना मिलने के बाद इसे हवाई अड्डे पर उतरने की आपातकालीन मंजूरी दी गई।

भारतीय वायु सेना, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और अन्य संबंधित एजेंसियों ने शुरू में उम्मीद की थी कि विमान ईंधन भरने के बाद जल्द ही उड़ान भरेगा। लेकिन, जल्द ही एक तकनीकी खराबी का पता चला।

एफ-35बी अपनी छोटी टेक-ऑफ और वर्टिकल लैंडिंग (एसटीओवीएल) की खासियत के लिए जाना जाता है, जो इसे विमान वाहक और छोटे रनवे से संचालित करने की अनुमति देता है।

सभी स्थानीय प्रयास समाप्त हो जाने के बाद, अब जिम्मेदारी लॉकहीड मार्टिन की तकनीकी टीम पर आ गई है, जिनके शीघ्र ही पहुंचने की उम्मीद है।

Point of View

बल्कि यह भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग का प्रतीक भी है। भारतीय अधिकारियों ने इस मुद्दे को संभालने में तत्परता दिखाई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षा और सहयोग के मामले में दोनों देशों के बीच गहरा संबंध है। हम इस प्रकार की घटनाओं को सावधानीपूर्वक देख रहे हैं।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

एफ-35बी लड़ाकू विमान क्या है?
यह एक उन्नत स्टेल्थ लड़ाकू विमान है जिसे ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा विकसित किया गया है, जो विशेष रूप से छोटे रनवे और विमान वाहकों से ऑपरेट करने के लिए डिजाइन किया गया है।
इस विमान में तकनीकी खराबी क्या थी?
विमान में अचानक ईंधन का स्तर बहुत कम हो गया था, जिससे इसे आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी।
इस घटना के बाद भारतीय अधिकारियों की भूमिका क्या थी?
भारतीय वायु सेना और हवाई अड्डा प्राधिकरण ने तुरंत सहायता प्रदान की और मरम्मत प्रक्रिया को सुनिश्चित किया।
ब्रिटिश इंजीनियरिंग टीमें कब आ रही हैं?
ब्रिटिश इंजीनियरिंग टीमें जल्द ही विशेष उपकरणों के साथ पहुंचने की उम्मीद है।
क्या यह विमान फिर से सक्रिय सेवा में लौटेगा?
हाँ, मरम्मत और सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद विमान सक्रिय सेवा में वापस आ जाएगा।