क्या कनाडाई मेयर की मांग, 'लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन घोषित करे सरकार'?

सारांश
Key Takeaways
- कनाडाई मेयर ने बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की।
- स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
- गिरोह के द्वारा की गई आपराधिक गतिविधियाँ आर्थिक आतंकवाद का रूप ले चुकी हैं।
नई दिल्ली, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। कनाडा के सरे नगर की मेयर ब्रेन्डा लॉक ने संघीय सरकार से अनुरोध किया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन के रूप में मान्यता दे। उन्होंने उन सभी आपराधिक गिरोहों को भी आतंकवादी संगठनों के रूप में चिन्हित करने की मांग की है, जो दक्षिण एशियाई मूल के कनाडाई नागरिकों को लक्षित करके जबरन वसूली और हिंसा में संलग्न हैं।
कनाडाई मीडिया के अनुसार, मेयर ब्रेन्डा लॉक ने कहा कि बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन घोषित करने से कानून प्रवर्तन एजेंसियों को संगठित अपराध के नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने और स्थानीय नागरिकों और व्यवसायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
लॉक ने हाल के महीनों में बिश्नोई गिरोह द्वारा की गई हत्याओं, जबरन वसूली और गोलीबारी की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि ये सिर्फ आपराधिक गतिविधियाँ नहीं हैं, बल्कि “आर्थिक आतंकवाद” के दायरे में आती हैं।
यह उल्लेखनीय है कि यह पहली बार नहीं है जब कनाडाई प्रशासन ने बिश्नोई गिरोह को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की है। हाल ही में ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन, डिप्टी मेयर हरकीरत सिंह और कई अन्य परिषद सदस्यों ने प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री को इसी प्रकार का पत्र लिखा था।
लॉरेंस बिश्नोई एक कुख्यात गैंगस्टर है और वर्तमान में अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है। जेल में रहते हुए भी वह अपने गिरोह के माध्यम से कई अपराधों को अंजाम देता रहा है।
कनाडाई सरकार का आरोप है कि बिश्नोई गिरोह ने कनाडा में गैंग युद्ध, जबरन वसूली और अन्य आपराधिक गतिविधियों में वृद्धि की है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बिश्नोई का मुख्य साथी गोल्डी बराड़ अब उससे नाराज है और दोनों के बीच दूरी आ गई है। हालाँकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद अपराध जगत में खासी पहचान बनाई थी। पिछले वर्ष उसने कथित रूप से पंजाबी सिंगर एपी ढिल्लों के कनाडा स्थित आवास पर भी फायरिंग की थी।