क्या सीबीआई ने 13 साल से फरार आरोपी सुरेंद्रन को पकड़ लिया?

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क्या सीबीआई ने 13 साल से फरार आरोपी सुरेंद्रन को पकड़ लिया?

सारांश

सीबीआई ने 13 साल से फरार चल रहे सुरेंद्रन जे को गिरफ्तार किया है। यह मामला 2010 का है जब उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से धोखाधड़ी की थी। सुरेंद्रन की गिरफ्तारी से यह साबित होता है कि कानून की पहुंच से कोई भी बच नहीं सकता।

Key Takeaways

  • सीबीआई ने 13 साल से फरार आरोपी को गिरफ्तार किया।
  • सुरेंद्रन जे ने बैंक धोखाधड़ी की थी।
  • गिरफ्तारी के लिए तकनीकी सूचनाओं का सहारा लिया गया।
  • सुरेंद्रन को 2012 में घोषित अपराधी घोषित किया गया था।
  • यह मामला न्याय की प्रणाली की ताकत को दर्शाता है।

नई दिल्ली, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बैंक धोखाधड़ी के एक पुराने मामले में लंबे समय से फरार चल रहे घोषित अपराधी सुरेंद्रन जे को गिरफ्तार किया है। आरोपी को केरल के कोल्लम जिले से पकड़ा गया।

सीबीआई ने यह मामला 21 जुलाई 2010 को दर्ज किया था, जिसमें सुरेंद्रन जे (निवासी कुलक्कडा पंचायत, मावड़ी पोस्ट ऑफिस, कोल्लम, केरल) को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया था। वह स्टिच एंड शिप, पुथूर, कोल्लम नामक फर्म का प्रोपराइटर था।

आरोप है कि सुरेंद्रन ने बैंक ऑफ इंडिया, लुधियाना शाखा से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1.5 करोड़ रुपए की फॉरेन बिल परचेज क्रेडिट फैसिलिटी हासिल की थी। इस धोखाधड़ी में उसके साथ अन्य लोग भी शामिल थे।

सीबीआई ने मामले की जांच पूरी कर विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसजेएम), सीबीआई, एसएएस नगर, मोहाली (पंजाब) की अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन आरोप तय होने के बाद भी सुरेंद्रन जे ने अदालत में हाजिर होना बंद कर दिया।

2012 में अदालत ने उसे घोषित अपराधी घोषित कर दिया था। सीबीआई की कई कोशिशों के बावजूद आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला और वह 13 साल तक फरार रहा।

हाल ही में सीबीआई को तकनीकी सूचनाओं और ग्राउंड वेरिफिकेशन के जरिए जानकारी मिली कि सुरेंद्रन केरल के कोल्लम जिले में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर सीबीआई की टीम ने एक सुनियोजित ऑपरेशन चलाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को 19 सितंबर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम), तिरुवनंतपुरम की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड पर मोहाली लाने की अनुमति मिल गई।

इसके बाद सुरेंद्रन को 20 सितंबर को एसजेएम कोर्ट, मोहाली में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

Point of View

यह मामला हमें यह याद दिलाता है कि कानून की पकड़ कभी कमजोर नहीं होती। 13 साल का समय बीत गया, लेकिन सीबीआई की मेहनत और तकनीकी सूचनाओं के आधार पर सुरेंद्रन को न्याय के कटघरे में लाया गया। यह हमें विश्वास दिलाता है कि अपराधियों को उनकी सजा मिलती है।
NationPress
21/09/2025

Frequently Asked Questions

सुरेंद्रन जे को क्यों गिरफ्तार किया गया?
सुरेंद्रन जे को बैंक धोखाधड़ी के एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1.5 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी।
सीबीआई ने सुरेंद्रन की गिरफ्तारी कैसे की?
सीबीआई को तकनीकी सूचनाओं और ग्राउंड वेरिफिकेशन के माध्यम से जानकारी मिली कि सुरेंद्रन केरल के कोल्लम में छिपा हुआ है, जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया।
सुरेंद्रन जे का मामला कब दर्ज किया गया था?
सुरेंद्रन जे का मामला 21 जुलाई 2010 को सीबीआई द्वारा दर्ज किया गया था।
उसे कब घोषित अपराधी घोषित किया गया था?
उसे 2012 में अदालत द्वारा घोषित अपराधी घोषित किया गया था।
सुरेंद्रन की गिरफ्तारी के बाद उसे कहाँ पेश किया गया?
गिरफ्तारी के बाद, सुरेंद्रन को 19 सितंबर को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, तिरुवनंतपुरम की अदालत में पेश किया गया।