क्या अयोध्या में ध्वजारोहण के बाद चंपत राय ने कहा, अब बाकी काम पूरा करना है?
सारांश
Key Takeaways
- अयोध्या में ध्वजारोहण कार्यक्रम सफल रहा।
- चंपत राय ने बाकी कार्यों को समय पर पूरा करने का आश्वासन दिया।
- मुख्यमंत्री और चंपत राय के बीच कोई विवाद नहीं है।
- मंदिर निर्माण प्रक्रिया सुव्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ रही है।
- अयोध्या अपनी सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत कर रहा है।
अयोध्या, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम जन्मभूमि परिसर में आयोजित ध्वजारोहण समारोह के बाद, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में इस कार्यक्रम की सफलता, आगामी तैयारियों और अन्य सवालों पर चर्चा की।
चंपत राय ने कहा कि यह आयोजन अत्यंत शानदार और गरिमामय रहा, जिसमें सभी उपस्थित लोग भावनात्मक रूप से जुड़े थे। यह कार्यक्रम सफलता और भक्ति से भरा हुआ था। सब कुछ व्यवस्थित और शांति से संपन्न हुआ।
उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्य अभी बाकी हैं, जिन्हें जल्द ही पूरा किया जाएगा।
चंपत राय ने कहा, "हमें बचे हुए कार्यों को पूरा करना है। गेस्ट हाउस, ऑडिटोरियम और म्यूजियम का निर्माण चल रहा है। अब हमारा लक्ष्य इन कार्यों को समय पर पूरा करना है।"
जब उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिसीव करने वाली सूची में उनका नाम क्यों नहीं था, तो उन्होंने सादगी से उत्तर दिया, "मैंने अपने आप को पीछे कर लिया। मुझे जहां होना चाहिए, वहां था। बाकी सबकी दृष्टि अलग-अलग है।"
राय ने कहा कि उनके लिए व्यक्तिगत पहचान महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि मंदिर निर्माण का लक्ष्य और सेवा सबसे बड़ा उद्देश्य है।
कई लोगों ने शिकायत की थी कि उन्हें विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित नहीं किया गया। इस पर चंपत राय ने कहा, "कोई बात नहीं, जितनी जगह थी, उतने लोगों को बुला लिया गया।"
सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में चर्चा थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और चंपत राय के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। इस पर उन्होंने स्पष्ट कहा, "हम दोनों एक ही हैं।" उनके इस बयान ने अफवाहों और विवादों को समाप्त करने का संकेत दिया।
चंपत राय ने सभी विवादास्पद सवालों का उत्तर देकर स्पष्ट किया कि मंदिर निर्माण और उससे जुड़ी तैयारियां बेहद सुव्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ रही हैं।
वैश्विक स्तर पर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत करने की दिशा में अयोध्या अब एक नए अध्याय की ओर बढ़ रहा है।