क्या चीन अमेरिका के थाईवान को हथियार बेचने का विरोध कर रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका ने थाईवान को हथियारों की बिक्री की घोषणा की।
- चीन का डटकर विरोध इस मुद्दे पर स्पष्ट है।
- यह स्थिति दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव को बढ़ा सकती है।
- थाईवान का मुद्दा केवल चीन और अमेरिका के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण है।
- बाहरी हस्तक्षेप की अनुमति नहीं दी जा सकती।
बीजिंग, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने चीनी थाईवान क्षेत्र को 33 करोड़ अमेरिकी डॉलर के हथियारों की बिक्री की घोषणा की है। इस पर थाईवान की लोकतांत्रिक प्रगति पार्टी ने आभार व्यक्त किया है। चीनी राज्य परिषद के थाईवान मामले कार्यालय के प्रवक्ता छन पिन्हुआ ने 15 नवंबर को कहा कि चीन इस हथियार बिक्री का डटकर विरोध करता है। अमेरिका की यह कार्रवाई चीन की प्रभुसत्ता और सुरक्षा हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाती है और यह कथित थाईवानी स्वतंत्रता की विभाजन शक्ति को गलत संकेत देती है।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन अमेरिका से एक चीन सिद्धांत का पालन करने और दोनों देशों के बीच तीन संयुक्त विज्ञप्तियों, विशेषकर अगस्त 17 की विज्ञप्ति, का सम्मान करने का अनुरोध करता है। उन्होंने कहा कि चीन को थाईवान मुद्दे पर बड़ी सावधानी से निपटना चाहिए।
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि थाईवान की स्वतंत्रता और थाईवानी जलडमरूमध्य की शांति एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हम अपनी राष्ट्रीय प्रभुसत्ता, सुरक्षा और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।
14 नवंबर को एक प्रेस वार्ता में, प्रवक्ता छन पिन्हुआ ने जापानी प्रधान मंत्री के थाईवान संबंधी बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि थाईवान चीन की भूमि है और मातृभूमि का पुनर्निर्माण चीनी राष्ट्र के महान पुनरोत्थान की अनिवार्य आवश्यकता है। थाईवान के मुद्दे का समाधान करने का तरीका केवल चीनी लोगों के लिए है, जिसमें बाहरी हस्तक्षेप की अनुमति नहीं है। जापान और उसके प्रशासकों को इस पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)