क्या चीन की मातृ नदी भावी पीढ़ियों को लाभान्वित करती रहेगी?

सारांश
Key Takeaways
- पीली नदी का संरक्षण आवश्यक है।
- पारिस्थितिकी संरक्षण में सुधार हो रहा है।
- जल सुरक्षा की गारंटी बढ़ाई जा रही है।
- छिंगहाई प्रांत में नई योजनाएं लागू की जा रही हैं।
- 2025 तक जल पुनःपूर्ति का लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
बीजिंग, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पीली नदी चीनी राष्ट्र की मातृ नदी मानी जाती है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने यह स्पष्ट किया है कि पीली नदी क्षेत्र में पारिस्थितिकी संरक्षण और समन्वय में सुधार करने की आवश्यकता है और राष्ट्रीय पारिस्थितिकी संरक्षण के लिए आवश्यक बाधाओं को मजबूत करना होगा।
इस वर्ष से चीन ने पीली नदी क्षेत्र में पारिस्थितिक पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एक अभियान शुरू किया है, जिसमें जल सुरक्षा की गारंटी क्षमता को निरंतर बढ़ाने का लक्ष्य है। पीली नदी क्षेत्र में पारिस्थितिकी संरक्षण और उच्च गुणवत्ता वाले विकास में नई उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं।
पीली नदी के ऊपरी हिस्से में, छिंगहाई प्रांत ने पारिस्थितिक संरक्षण क्षतिपूर्ति प्रणाली को गहराई से लागू करने के लिए योजना बनाई है। इसका उद्देश्य पारिस्थितिकी संरक्षण की समग्र गुणवत्ता और प्रभावशीलता में सतत सुधार करना है।
पीली नदी के मध्य भाग में श्याओलांगती जलाशय में बाढ़ के मौसम के दौरान जल और तलछट के विनियमन का कार्य चल रहा है, जिससे बाढ़ निर्वहन के साथ नदी के निचले हिस्से को प्रभावी ढंग से साफ किया जा सके।
इसके अलावा, पीली नदी के निचले हिस्से में प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्रों में पारिस्थितिक जल पुनःपूर्ति का कार्य निर्धारित समय से पहले पूरा किया गया है। वर्ष 2025 तक इन क्षेत्रों में 1 अरब 64 करोड़ 20 लाख घन मीटर पानी की आपूर्ति की जाने की योजना है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)