क्या सीएम नीतीश कुमार ने श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व में भाग लिया?
सारांश
Key Takeaways
- गुरु गोबिंद सिंह का जन्मस्थान पटना है।
- मुख्यमंत्री ने राज्य की सुख-शांति की कामना की।
- कार्यक्रम में सिख समुदाय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- सीएम ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा का ध्यान रखने का निर्देश दिया।
- यह पर्व सिख धर्म के लिए विशेष महत्व रखता है।
पटना, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह देव के प्रकाश पर्व के अवसर पर पटना साहिब गुरुद्वारा में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। इस मौके पर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को तख्त श्रीहरिमंदिर परिसर, पटना साहिब में आयोजित समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री ने यहाँ मत्था टेका और राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की।
कार्यक्रम के दौरान, देश भर से आए जत्थेदारों और श्री हरिमंदिर प्रबंधक कमिटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को तलवार, अंगवस्त्र, सरोपा और प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके बाद, उन्होंने गुरुद्वारा बाल लीला मैणी संगत जाकर वहाँ भी मत्था टेका और राज्य के लिए फिर से सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, विधायक रत्नेश कुशवाहा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा श्रद्धालुगण उपस्थित थे। इससे पूर्व, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी पटना साहिब में मत्था टेकने पहुँचे और गुरु गोबिंद सिंह जी के त्याग एवं आदर्शों को याद किया।
ज्ञात हो कि श्री गुरु गोबिंद सिंह देव का जन्मस्थान पटना है, जिसके कारण यहाँ संगत की भीड़ देखी जा रही है। एक दिन पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस समारोह के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया था। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज का जन्म यहीं हुआ था।
सीएम ने यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सभी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया था。