क्या तमिलनाडु हर द्वार अभियान में सीएम स्टालिन ने तिरुवरूर में किया घर-घर प्रचार?

सारांश
Key Takeaways
- सीएम स्टालिन ने तिरुवरूर में घर-घर जाकर प्रचार किया।
- अभियान का उद्देश्य डीएमके की योजनाओं को जनता तक पहुँचाना है।
- तिरुवरूर में स्थानीय लोगों ने डीएमके का समर्थन जताया।
- यह अभियान 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण है।
चेन्नई, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को तिरुवरूर जिले में ‘ओरनियिल तमिलनाडु’ (तमिलनाडु हर द्वार पर) अभियान के तहत घर-घर जाकर प्रचार किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और डीएमके की योजनाओं और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य डीएमके सरकार की योजनाओं के लाभों को उजागर करना और नए सदस्यों को जोड़ना है। मुख्यमंत्री ने इस अभियान की शुरुआत हाल ही में की थी और राज्य भर में डीएमके कार्यकर्ता इसे सक्रिय रूप से चला रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने दो दिवसीय तिरुवरूर दौरे के दौरान सन्नाथी स्ट्रीट क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात की। इस दौरान, उन्हें स्थानीय लोगों द्वारा चाय और शॉल भेंट की गई।
इस अभियान में तिरुवरूर के विधायक और जिला सचिव पूंडी के. कलाइवानन, उद्योग मंत्री टी.आर.बी. राजा, और स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने भी मुख्यमंत्री का साथ दिया। स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की और डीएमके के प्रति अपने समर्थन का प्रदर्शन किया।
यह अभियान 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले जनता से सीधा जुड़ाव बनाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। बुधवार को स्टालिन ने तिरुवरूर में एक विशाल रोड शो किया और पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया।
गुरुवार को वह एस.एस. नगर में एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया और नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसके साथ ही, उन्होंने महिला विकास, ग्रामीण विकास और सामाजिक कल्याण जैसे विभागों की योजनाओं के तहत हजारों लोगों को लाभ वितरित किए।
तिरुवरूर में उनके दौरे के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे। सुरक्षा के लिए सड़कों को 'रेड जोन' घोषित किया गया और ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई। यह अभियान डीएमके की रणनीति का हिस्सा है, जो जनता के बीच अपनी पहुंच को मजबूत करने पर केंद्रित है।