क्या सफाई कर्मचारी के साथ अप्रिय घटना पर 35 से 40 लाख रुपए देने की व्यवस्था करेंगे सीएम योगी?

सारांश
Key Takeaways
- सफाई कर्मियों के लिए 35 से 40 लाख रुपए की सहायता की व्यवस्था।
- सरकार सीधे कॉर्पोरेशन के माध्यम से वेतन प्रदान करेगी।
- पाँच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर।
- वाल्मीकि समाज के सदस्यों के लिए नई योजनाएं।
- सफाई कर्मियों का मान-सम्मान बढ़ाने का प्रयास।
लखनऊ, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि समाज के सदस्यों से कहा कि आपकी सुरक्षा ही समाज की सुरक्षा है। आपका सम्मान भगवान वाल्मीकि की विरासत का सम्मान है।
सीएम योगी ने उन्हें खुशखबरी दी और कहा कि एक महत्वपूर्ण योजना पर कार्य शुरू होने जा रहा है। अब सफाई और संविदा कर्मचारी को आउटसोर्सिंग कंपनियों के माध्यम से नहीं, बल्कि सीधे सरकार के कॉर्पोरेशन से वेतन मिलेगा। स्वच्छता कर्मियों को पाँच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा भी प्रदान किया जाएगा। यदि किसी सफाई कर्मचारी के साथ दुर्भाग्यवश कोई घटना या दुर्घटना होती है, तो बैंक से संपर्क कर 35 से 40 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। यूपी के 80 हजार होमगार्ड को यह लाभ मिल चुका है और अब सफाई कर्मचारियों को भी इससे जोड़ा जाएगा।
सीएम योगी ने मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर महासभा ट्रस्ट द्वारा आयोजित महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस समारोह में भाग लिया। उन्होंने भगवान वाल्मीकि की जयंती पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। कार्यक्रम में एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।
उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि भारत के महापुरुषों की परंपरा के भाग्य विधाता हैं। तप और साधना के बाद जब ऋषि को लेखनी चलानी थी, तब उन्होंने लोककल्याण के लिए देवर्षि नारद से प्रश्न किया कि कौन ऐसा चरित्र है, जिसके बारे में मैं लिख सकूं। वाल्मीकि ने रामायण लिखते समय पूरी कथा को राम पर आधारित किया।
सीएम ने बताया कि राम को आधार बनाने का कारण यह है कि राम ही साक्षात धर्म हैं। मानव समाज भगवान वाल्मीकि का आभारी है। जब भी किसी भारतीय के मन में संदेह होता है, तब महर्षि वाल्मीकि ने हर स्थिति में जो आदर्श रखा, वह मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का था। राम ने कभी भी मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया।
सीएम ने कहा कि हर देव मंदिर में भगवान वाल्मीकि की फोटो लगाकर अखंड रामायण पाठ चल रहा है। उन्होंने अपील की कि महर्षि वाल्मीकि का चित्र हर भारतीय के घर में होना चाहिए। भारत के सभी कथावाचक पहले भगवान वाल्मीकि की वंदना करते हैं।
सीएम योगी ने वोटबैंक के नाम पर जाति का सहारा लेने वालों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2012 में जब सपा सरकार आई थी, तब सामाजिक न्याय के पुरोधाओं के स्मारक को तोड़ने की धमकी दी गई थी, जबकि भाजपा ने कहा था कि इन स्मारकों को तोड़ने वालों को यूपी की जनता तोड़कर रख देगी।
सीएम ने कहा कि सपा के समय में सफाई कर्मियों का शोषण होता था। उन्हें चार हजार रुपए भी नहीं मिल पाते थे। लेकिन अब पीएम मोदी ने कहा कि मैला सिर पर ढोने की कुप्रथा समाप्त होनी चाहिए। आज हर घर में शौचालय बना है और सफाई कर्मचारियों को अच्छे मानदेय की व्यवस्था की गई है।