क्या कोलंबिया के उतादेओ विश्वविद्यालय में इंडिया कॉर्नर का उद्घाटन हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- इंडिया कॉर्नर का उद्घाटन कोलंबिया में किया गया।
- भारतीय दूतावास ने किताबें दान कीं।
- यह पहल शैक्षणिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देती है।
- छात्रों के लिए संस्कृति और इतिहास की जानकारी का स्रोत।
- भारत और कोलंबिया के बीच व्यापार और सहयोग के अवसर।
बोगोटा, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस) - कोलंबिया में भारत के राजदूत वानलालहुमा ने बोगोटा के उतादेओ विश्वविद्यालय में एक इंडिया कॉर्नर का उद्घाटन किया। इस कॉर्नर में भारत के इतिहास, साहित्य, दर्शन, कूटनीति, संस्कृति, और अर्थव्यवस्था पर आधारित भारतीय कृतियों का प्रदर्शन किया गया। भारतीय दूतावास ने विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में कई किताबें भी दान कीं।
इन किताबों का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को भारत की संस्कृति, इतिहास, और साहित्य के बारे में गहरी जानकारी प्रदान करना था। इस पहल का मुख्य लक्ष्य भारत-कोलंबिया के शैक्षिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना है।
भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "बोगोटा में स्थित भारतीय दूतावास ने उतादेओ विश्वविद्यालय को पुस्तकें दान कीं, जहां भारतीय राजदूत वानलालहुमा ने इतिहास, साहित्य, दर्शन, कूटनीति, संस्कृति और अर्थव्यवस्था पर भारतीय कृतियों को प्रदर्शित करने वाले इंडिया कॉर्नर का उद्घाटन किया। इससे भारत-कोलंबिया के शैक्षिक और सांस्कृतिक संबंध और मजबूत होंगे।"
एक अन्य पोस्ट में भारतीय दूतावास ने जानकारी दी कि उन्होंने एल बोस्क विश्वविद्यालय में आयोजित 'अंतर्राष्ट्रीय सप्ताह' में भाग लिया, जिसमें भारत को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
भारतीय राजदूत वानलालहुमा ने महात्मा गांधी और भारत पर आधारित फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। 'अंतर्राष्ट्रीय सप्ताह' में आईटीईसी प्रस्तुति, योग सत्र, हिंदी फिल्म माउंटेन मैन का प्रदर्शन, भारतीय पर्यटन को बढ़ावा, विकास, भारत-कोलंबिया सहयोग, भारतीय भाषाओं और अन्य विषयों पर शैक्षणिक चर्चाएं शामिल थीं। छात्रों ने भारतीय कला से प्रेरित एक चित्रकला प्रतियोगिता में भी भाग लिया।
कोलंबिया और भारत ने जनवरी 1959 में राजनयिक संबंध स्थापित किए थे और 2019 में इन संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया। पिछले कुछ वर्षों में, दोनों देशों के बीच व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग, रक्षा, आईटी, पर्यटन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों, संस्कृति आदि में कई समझौते हुए हैं।
कोलंबियाई लोगों की भारत की संस्कृति और विरासत में रुचि बढ़ती जा रही है। भारतीय त्योहार, नृत्य, संगीत, पाककला और आध्यात्मिकता कोलंबियाई लोगों के लिए बढ़ती रुचि के विषय हैं। भारत में भारतीय शास्त्रीय और लोक नृत्य सीख चुके कुछ कोलंबियाई अब पेशेवर कलाकार बन चुके हैं।