क्या कांग्रेस नेता असलम शेख ने एनडीए की जीत पर सवाल उठाए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं को 10 हजार रुपये का वितरण एक बड़ा चुनावी मुद्दा बना।
- विकास की कमी ने बिहार को पीछे किया है।
- एनडीए की जीत पर सवाल उठाना आवश्यक है।
- चुनावों की तुलना नहीं की जानी चाहिए।
- चुनाव आयोग पर कोई टिप्पणी नहीं की गई।
मुंबई, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता असलम शेख ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि चुनाव से पहले सरकार ने महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए सभी के खातों में 10-10 हजार रुपये डाल दिए, लेकिन मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि आने वाले समय में बिहार सरकार इस योजना को धीरे-धीरे समाप्त कर देगी और महिलाओं को इसका लाभ भी बंद हो सकता है।
उन्होंने कहा कि बिहार में कोई जादू नहीं हुआ है। यह सब महिलाओं के खातों में 10 हजार रुपये डालने का परिणाम है। बिहार में इस सरकार ने अब तक कोई विकास कार्य नहीं किया है। यही कारण है कि आज बिहार सबसे पिछड़े राज्यों में से एक है, जहां अधिकांश लोग विकास से वंचित हैं। अब जब एनडीए ने फिर से चुनाव जीत लिया है, तो मुझे यह कहने में संकोच नहीं है कि आने वाले दिनों में बिहार की स्थिति और भी खराब होने वाली है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह 10 हजार रुपये का खेल ही है जिसने एनडीए को बिहार में अपनी सरकार बनाने में मदद की, अन्यथा सच्चाई यह है कि एनडीए के शासनकाल में बिहार में कोई ठोस काम नहीं हुआ है।
उन्होंने महाराष्ट्र में महानगर पालिका के चुनाव को बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों से जोड़ने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि अलग-अलग चुनावों की स्थिति, समीकरण और मुद्दे एक-दूसरे से भिन्न होते हैं। आप इनकी तुलना नहीं कर सकते हैं। महाराष्ट्र में भी बुनियादी ढांचे की स्थिति बहुत खराब है। प्रदेश सरकार की ओर से अपेक्षित कार्य नहीं किए जा रहे हैं।
जब चुनाव आयोग के संबंध में सवाल किया गया, तो उन्होंने किसी भी टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव के संबंध में किसी भी आपत्ति के लिए हम हमेशा चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाते हैं।