क्या कांग्रेस का अभियान लोकतंत्र बचाने की आवाज है? अब तक 5 करोड़ से ज्यादा लोगों के हस्ताक्षर
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का अभियान लोकतंत्र की रक्षा के लिए है।
- 5 करोड़ से ज्यादा हस्ताक्षर इस मुहिम में शामिल हुए हैं।
- भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
- अभियान में सभी तबकों के लोग शामिल हो रहे हैं।
- इस मुहिम का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया में सुधार लाना है।
नई दिल्ली, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर पूरे देश में लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक नई मुहिम शुरू की है। पार्टी का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और चुनाव आयोग की मिलीभगत से मतदाता सूची में हेराफेरी की जा रही है, जिसे वे 'वोट चोरी' मानते हैं। यह जनता के जनादेश की सीधी लूट है, जो लोकतंत्र की आत्मा पर हमला करती है।
कांग्रेस ने 'वोट चोर गद्दी छोड़' नाम से एक जनआंदोलन की शुरुआत की है। यह हस्ताक्षर अभियान है, जिसमें हर वर्ग के नागरिक शामिल हो रहे हैं। इस मुहिम की शुरुआत 15 सितंबर 2025 से हुई, जो राज्य-स्तरीय रैलियों की सफलता के बाद आरंभ की गई थी।
इस अभियान के माध्यम से कांग्रेस ने नागरिकों से लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए आवाज उठाने की अपील की है। अब तक इस मुहिम में 5 करोड़ से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं, जो दर्शाता है कि जनता में गुस्सा और चिंता है कि चुनावों में गड़बड़ियों के कारण लोकतंत्र की साख दांव पर लग गई है।
कांग्रेस का कहना है कि फर्जी वोटिंग, डुप्लीकेट एंट्री और झूठे पते डालकर मतदाता सूची में धांधली की जा रही है, जिससे असली मतदाता की आवाज दबाई जा रही है।
5 नवंबर 2025 को हुई कांग्रेस महासचिवों, प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अभियान का पहला चरण 8 नवंबर 2025 को देशभर के सभी राज्य मुख्यालयों पर भव्य आयोजन के साथ समाप्त होगा। इन कार्यक्रमों में वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और स्थानीय जनता भाग लेंगी।
पहले चरण के समापन के बाद सभी राज्य इकाइयों से इकट्ठे किए गए हस्ताक्षर दिल्ली स्थित एआईसीसी मुख्यालय भेजे जाएंगे। इसके बाद अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसमें और अधिक हस्ताक्षर जुटाए जाएंगे। अंत में ये करोड़ों हस्ताक्षर भारत के राष्ट्रपति को सौंपे जाएंगे, ताकि उनसे चुनाव प्रक्रिया में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की जा सके।
कांग्रेस और जनता ने इस अभियान के तहत चुनाव आयोग से पांच मांगें रखी हैं:-
- मतदाता सूची मशीन-रीडेबल फॉर्म में तस्वीरों सहित सार्वजनिक की जाए।
- हर चुनाव से पहले जोड़-घटाव की पूरी सूची तस्वीरों सहित जारी की जाए।
- गलत तरीके से नाम काटे जाने की शिकायतों के लिए पारदर्शी व्यवस्था बने।
- मतदाता सूची में बदलाव की एक तय समय-सीमा हो, ताकि आखिरी वक्त में हेराफेरी न हो।
- मतदाता सूची में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों और एजेंटों पर सख्त कार्रवाई हो।
कांग्रेस का कहना है कि यह अभियान सिर्फ पार्टी का कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन है। यह देश के हर नागरिक की आवाज है, जो पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव चाहता है। राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि जब जनता की आवाज मिलकर गूंजेगी, तो लोकतंत्र की जड़ें और मजबूत होंगी।