क्या कांग्रेस की हालत सिर्फ बिहार में ही खराब है?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए को बिहार चुनाव में प्रचंड जीत मिली है।
- कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
- महेश शर्मा ने कांग्रेस की स्थिति पर चिंता जताई है।
- बिहार की जनता ने पीएम मोदी के नेतृत्व में जनादेश दिया है।
- 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में सहयोगी दलों को सोचने की आवश्यकता है।
नोएडा, 16 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को विशाल जीत मिली है। जबकि, देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी एवं विपक्षी इंडिया ब्लॉक का महत्वपूर्ण हिस्सा कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। शनिवार को नोएडा से भाजपा सांसद महेश शर्मा ने कांग्रेस पर सीधा निशाना साधा।
भाजपा सांसद महेश शर्मा ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "कांग्रेस की स्थिति केवल बिहार में नहीं, बल्कि पूरे देश में खराब है। कई राज्यों में कांग्रेस अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है। उनका वोट प्रतिशत कितना है, यह देखना आवश्यक है। कई राज्यों में उनका वोट प्रतिशत बिल्कुल जीरो पर है। ऐसे में कांग्रेस की हार केवल बिहार की नहीं है, बल्कि भविष्य में और राज्यों में भी इसका असर देखने को मिलेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "अब अन्य पार्टियां और कांग्रेस के सहयोगी दल भी यह मानने लगे हैं कि कांग्रेस के साथ जुड़कर कोई लाभ नहीं होता, बल्कि इसके नकारात्मक प्रभाव भी होते हैं। ये संकेत आप सभी जगह देख सकते हैं।"
महेश शर्मा ने बिहार की जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "2025 के विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रखर मार्गदर्शन में एनडीए को ऐतिहासिक जनादेश दिया है। बिहार की जनता ने पीएम मोदी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जो जनादेश दिया है, वह वास्तव में बिहार के किसानों, युवाओं, महिलाओं और वंचितों के सशक्तिकरण की बुलंद आवाज है। मैं एक बार फिर बिहार की जनता को धन्यवाद देता हूं और भाजपा सहित सभी एनडीए दलों के कार्यकर्ताओं के परिश्रम को नमन करता हूं।"
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। 243 विधानसभा सीटों वाले इस प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार भाजपा ने 89 सीटों पर जीत हासिल की। दूसरे स्थान पर नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) 85 सीटों के साथ रही। वहीं मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को 25 सीटें मिलीं।
गौरतलब है कि बिहार चुनाव के पहले चरण में, 6 नवंबर को, 121 सीटों के लिए मतदान हुआ। दूसरे चरण में, 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को मतदान हुआ। और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए गए।