क्या मां की प्रतिमा पर रंग फेंकने के पीछे कोई साजिश है?

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क्या मां की प्रतिमा पर रंग फेंकने के पीछे कोई साजिश है?

सारांश

दादर के शिवाजी पार्क में मां की प्रतिमा पर रंग फेंकने की घटना ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। उद्धव ठाकरे ने इस घटना की निंदा की और साजिशकर्ताओं का पता लगाने की अपील की। जानें इस घटना के पीछे क्या हो सकता है और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं।

Key Takeaways

  • दादर में प्रतिमा पर रंग फेंकने की घटना ने राजनीतिक हलचल मचाई।
  • उद्धव ठाकरे ने साजिशकर्ताओं को खोजने की मांग की।
  • पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच का आश्वासन दिया।
  • घटना पर विभिन्न नेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं।

मुंबई, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दादर के शिवाजी पार्क क्षेत्र में शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की पत्नी और उद्धव ठाकरे की मां की प्रतिमा पर लाल रंग फेंकने की घटना ने शिवसेना-यूबीटी के समर्थकों को आक्रोशित कर दिया है। यह घटना बुधवार सुबह अज्ञात व्यक्तियों द्वारा की गई थी। इसके बाद, बड़ी संख्या में शिवसेना-यूबीटी के कार्यकर्ता घटनास्थल पर एकत्र हुए।

शिवसेना-यूबीटी के विधायक महेश सावंत ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से कहा कि जब हमें इस घटना की जानकारी मिली, तो हमने तुरंत शाखा प्रमुख को भेजा। वहां लाल रंग लगा हुआ था। हमने उन्हें इसे साफ करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि हमने डीसीपी को शिकायत दी है, जिन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि वे सीसीटीवी फुटेज की जांच करेंगे।

उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे से इस घटना पर बात हुई, जिन्होंने शांत रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस इस मामले की पुष्टि नहीं करती, तब तक कोई विवाद नहीं होना चाहिए। हम पुलिस से सीसीटीवी फुटेज की मांग कर रहे हैं।"

महेश सावंत ने यह भी कहा कि इस घटना का उद्देश्य वातावरण को बिगाड़ना है।

बाद में, उद्धव ठाकरे ने घटनास्थल का दौरा किया, उनके साथ बेटे आदित्य ठाकरे भी थे। उन्होंने मुंबई जोन-5 के डीसीपी महेंद्र पंडित से घटना की जानकारी ली।

उद्धव ठाकरे ने मीडिया से बातचीत में कहा, "सिर्फ निंदा करने से कुछ नहीं होगा, हमें उन लोगों को ढूंढना होगा जो इसके पीछे हैं।"

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि इसके पीछे दो तरह के लोग हो सकते हैं। एक तो ऐसे लोग हैं जिन्हें अपने माता-पिता का नाम लेने में शर्म आती है। ऐसे ही एक लावारिस व्यक्ति ने यह किया हो सकता है। जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हुआ और बिहार बंद की असफल कोशिश की गई, उसी तरह से शायद महाराष्ट्र में कुछ दंगा फसाद करने की साजिश हो सकती है।"

इससे पहले, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने घटनास्थल पर जाकर प्रतिमा का निरीक्षण किया और पुलिस से 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।

शिवसेना-यूबीटी की नेता और पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर ने कहा, "राज ठाकरे भी इस घटना से बहुत दुखी हुए और पुलिस से जांच की मांग की।"

किशोरी पेडणेकर ने कहा, "किसी ने मूर्ति पर ऑयल पेंट डाला है। मूर्ति पर ऑयल पेंट डालना आसान नहीं है, इससे सवाल उठता है कि क्या उन्होंने पहले प्रैक्टिस की थी। हमें यह जानना चाहिए कि ये लोग कौन हैं जिन्होंने यह घटना की। क्या यह घटना शिवसेना-यूबीटी के कार्यकर्ताओं को उकसाने के लिए की गई?" उन्होंने इस मामले की गहन जांच की मांग की।

Point of View

NationPress
17/09/2025

Frequently Asked Questions

यह घटना कब हुई?
यह घटना 17 सितंबर को हुई थी।
उद्धव ठाकरे ने इस पर क्या कहा?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि केवल निंदा करने से कुछ नहीं होगा, हमें साजिशकर्ताओं को खोजने की जरूरत है।
किसने इस घटना की जिम्मेदारी ली?
अभी तक किसी ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है।
क्या पुलिस ने कोई कार्रवाई की है?
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच करने का आश्वासन दिया है।