क्या वोटर अधिकार यात्रा ने बिहार में बदलाव लाने का काम किया है?

सारांश
Key Takeaways
- वोटर अधिकार यात्रा ने बिहार की राजनीति में जागरूकता बढ़ाई है।
- राहुल गांधी का प्रभावी नेतृत्व और जनता का समर्थन।
- भाजपा की चुनावी रणनीतियों का पर्दाफाश।
- महिलाओं के मुद्दों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान।
- बांग्लादेशी मुद्दे पर जनसमर्थन का महत्व।
पटना, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड सरकार में मंत्री दीपिका पांडे ने वोटर अधिकार यात्रा को सफल बताते हुए यह दावा किया कि जिस उद्देश्य के साथ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने यह यात्रा सासाराम से आरंभ की थी, उसमें उन्हें उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है। यह 'वोटर अधिकार यात्रा' का संदेश बिहार के हर कोने तक पहुंच चुका है और आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित रूप से बदलाव देखने को मिलेगा।
पटना में 'वोटर अधिकार यात्रा' में शामिल हुई दीपिका पांडे ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह यात्रा बिहार से शुरू होकर देशभर में फैल गई है। भाजपा, जो चुनाव आयोग के सहयोग से वोटों में हेरफेर कर रही थी, इसका पर्दाफाश राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में किया।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी बिहार और भारत के युवाओं को यह जानकारी देने के लिए सड़कों पर उतरे कि कैसे सरकार वोटों को सीमित कर बिहार के चुनावों को प्रभावित करने की योजना बना रही है।
दीपिका पांडे ने बताया कि 16 दिनों तक चली इस यात्रा में बिहार की जनता का उत्साह देखने योग्य था। इसका प्रभाव साफ है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अचानक महिलाओं की चिंता सताने लगी है और वे महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणाएं कर रहे हैं, जबकि पिछले 20 वर्षों में ऐसा उन्होंने नहीं किया। बिहार की जनता यह सब देख रही है।
बांग्लादेशी घुसपैठियों पर उन्होंने कहा कि भाजपा पहले भगवान का सहारा लेकर चुनाव जीतने का प्रयास करती थी, लेकिन अब उन्होंने बांग्लादेशी मुद्दा पकड़ लिया है।
झारखंड विधानसभा चुनाव में भी बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाया गया, लेकिन वहां की जनता ने भाजपा को करारा जवाब दिया। झारखंड सरकार में मंत्री ने बताया कि जिस तरह हेमंत सोरेन सरकार ने भाजपा को जवाब दिया, उसी प्रकार बिहार की जनता भी भाजपा को जवाब देने के लिए तैयार है।
उन्होंने केंद्र सरकार से यह सवाल किया कि यदि दूसरे देशों से लोग भारत में आ रहे हैं तो केंद्र सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?