क्या दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए सीएम रेखा गुप्ता ने आरडब्लूए वॉचमैन को इलेक्ट्रिक हीटर बांटे?
सारांश
Key Takeaways
- प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार की नई पहल।
- 10,000 इलेक्ट्रिक हीटर आरडब्लूए वॉचमैन को बांटे जा रहे हैं।
- सर्दियों में लकड़ी या कोयला जलाने से रोकने का प्रयास।
- नागरिकों और समुदायों की भागीदारी का महत्व।
- पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल।
नई दिल्ली, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को कहा कि सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और सर्दियों में लकड़ी या कोयला जलाने से रोकने के लिए आरडब्लूए के वॉचमैन को 10,000 इलेक्ट्रिक हीटर बांटने की योजना शुरू की गई है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, “इस हवा को साफ करने के अभियान में नागरिकों और समुदायों की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज बड़ी संख्या में आरडब्लूए को इलेक्ट्रिक हीटर बांटे जा रहे हैं ताकि सर्दियों के मौसम में अलाव जलाने की आवश्यकता कम हो और धुएं से होने वाले प्रदूषण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सके।”
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “प्रदूषण के खिलाफ दिल्ली की जारी लड़ाई में यह दिल्ली सरकार का एक और सकारात्मक कदम है। लकड़ी और कोयला जलाने से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए हमने एक नई पहल शुरू की है, जिसमें हम सीएसआर समर्थन के माध्यम से आरडब्लूए को 10,000 हीटर बांटेंगे।”
उन्होंने पीतमपुरा के दिल्ली हाट में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी क्षेत्र में वॉचमैन या निवासी लकड़ी या कोयला न जलाएं, जिससे प्रदूषण बढ़ता है। हम सभी आरडब्लूए को जागरूक करना चाहते हैं और उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं कि उनके क्षेत्रों में लकड़ी या कोयला न जलाया जाए। इलेक्ट्रिक हीटर देकर हम अपने वॉचमैन को समर्थन देना चाहते हैं और उन्हें एक साफ विकल्प प्रदान करना चाहते हैं, जिससे पूरे दिल्ली में प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी।”
आरडब्लूए के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, “जहां खुली आग प्रदूषण बढ़ाती है, वहीं इलेक्ट्रिक हीटर एक सुरक्षित, साफ और व्यावहारिक विकल्प प्रदान करते हैं। यह छोटा सा कदम भी प्रदूषण नियंत्रण में बड़ी मदद साबित हो सकता है।”
उन्होंने कहा कि सरकार सभी मोर्चों पर मिशन मोड में काम कर रही है और प्रदूषण नियंत्रण को सबसे अधिक प्राथमिकता दे रही है।
मुख्यमंत्री ने जनता की भागीदारी की भी अपील करते हुए कहा, “हम सभी की भागीदारी ही प्रदूषण के खिलाफ इस लड़ाई में सफलता का सबसे प्रभावी तरीका है।”