क्या दिल्ली में हुए धमाके ने लोगों को संकट में डाला?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में विस्फोट के कारण कई लोग घायल हुए हैं।
- घटना के समय भीड़भाड़ होने के कारण स्थिति बिगड़ गई।
- प्रत्यक्षदर्शियों ने राहत कार्य में मदद की।
- पुलिस और दमकल विभाग ने त्वरित कार्रवाई की।
- जांच जारी है ताकि विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा सके।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। देश की राजधानी दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट सोमवार शाम को एक तेज धमाका हुआ, जिससे कई लोग प्रभावित हुए। यह धमाका लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास हुआ, जिससे आसपास के क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। दरअसल, यह वह समय था जब लोग अपने ऑफिस से घर लौट रहे थे और कुछ खरीदारी के बाद मेट्रो की ओर बढ़ रहे थे।
यहां आसपास कई बड़े बाजार हैं। घटनास्थल के सामने चांदनी चौक की मुख्य मार्केट, इलेक्ट्रॉनिक सामान का हब, और लाजपत राय मार्केट है। यहां से कुछ कदमों की दूरी पर प्रसिद्ध गौरी शंकर मंदिर भी है, जहां सोमवार को भक्तों की भारी भीड़ होती है। हादसे के समय इन सभी स्थानों पर लोगों की बड़ी संख्या मौजूद थी। लोगों की सूझ-बूझ से भगदड़ की स्थिति नहीं बनी और दुकानदारों ने समय रहते अपनी दुकानों को बंद कर दिया, जिससे भीड़ कम हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका इतना तेज था कि आसपास की दुकानों के शीशे चटक गए। इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स के व्यापारी पूरन चंद्र ने बताया कि धमाके के बाद कुछ ही पलों में लाल किला से आईटीओ जाने वाली सड़क पर मौजूद कई गाड़ियों में आग लग गई। सड़क पर घायल लोग पड़े थे, जिन्हें राहगीरों और अन्य लोगों ने किनारे लाने की कोशिश की।
पूरन के अनुसार, धमाके के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई। दुकानदारों ने तुरंत अपनी दुकानें बंद कर दीं और सुरक्षा के लिहाज से घटनास्थल से दूर चले गए। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह ने बताया कि वे सड़क के दूसरी ओर थे जब धमाका हुआ। उनके सामने एक ऑटो चल रहा था, जो भारी वस्तु से टकराकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी सुनील रौतेला ने बताया कि धमाके के समय वे पास की एक खाने-पीने की दुकान पर खड़े थे। उन्होंने कहा कि धमाके के बाद आसमान में ऊंचाई तक ऑरेंज रोशनी दिखाई दी। कुछ ही पल में आसपास खड़ी कई गाड़ियों में आग लग गई। सुनील ने और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर घायलों को सड़क से हटाने की कोशिश की।
कुछ समय बाद फायर ब्रिगेड, पुलिस और एंबुलेंस भी पहुंच गईं, जिसके बाद जख्मी लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। घटनास्थल से करीब सौ मीटर की दूरी पर कैमरा मार्केट में दुकान चलाने वाले राजेश कुमार ने बताया कि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि इसे चांदनी चौक के हर हिस्से से सुना जा सकता था। धमाके के तुरंत बाद, दुकान में मौजूद लोग और बाजार में ग्राहक सुरक्षा के लिए बाजार की अधिकांश दुकानों को समय रहते बंद कर दिया।
धमाके के बाद चांदनी चौक, लाजपत राय मार्केट, कैमरा मार्केट और साइकिल मार्केट में दहशत फैल गई। ये सभी बाजार लाल किला मेट्रो स्टेशन के बेहद निकट स्थित हैं। व्यापारी शेखर शर्मा ने बताया कि सभी व्यापारी चिंतित हैं क्योंकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट कैसे हुआ।
दमकल विभाग को सूचना मिली थी कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक कार में धमाका हुआ है। सूचना मिलते ही दमकल की करीब 15 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। बताया जा रहा है कि कार में विस्फोट के बाद पास खड़ी तीन अन्य गाड़ियों में भी आग लग गई। दिल्ली पुलिस ने इलाके को पूरी तरह घेर रखा है और सामान्य वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि धमाका पार्क की गई कार में हुआ था। लाल किला क्षेत्र दिल्ली के सबसे व्यस्त और घनी जनसंख्या वाले इलाकों में से एक है। शाम के समय यहां बड़ी संख्या में लोग और पर्यटक होते हैं, इसलिए हादसे के समय सड़क पर भीड़ थी। वर्तमान में पुलिस और दमकल टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं और धमाके के कारणों की जांच जारी है।