क्या मंत्री आशीष सूद ने स्वच्छता व्यवस्था का निरीक्षण किया और कूड़ा घरों के स्थानांतरण के निर्देश दिए?
सारांश
Key Takeaways
- स्वच्छता के लिए बहुस्तरीय प्रयास
- कूड़ा घरों का स्थानांतरण
- नई मशीनों का उपयोग
- धूल प्रदूषण नियंत्रण
- स्वच्छता सबसे बड़ी प्राथमिकता
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने सोमवार को विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या-107 में डीएवी पब्लिक स्कूल के सामने और पीएम सोसायटी के पास स्वच्छता व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एफसीटीएस सहित क्षेत्र की अन्य स्वच्छता व्यवस्थाओं की स्थिति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद शहरी विकास मंत्री ने कहा कि उन्होंने नगर निगम के उपायुक्त को निर्देश दिए हैं कि दोनों स्थानों के कूड़ा ढलावों के सामने शीघ्र व्यू-कटर लगाए जाएं जिससे यहां से गुजरने वाले लोगों को कूड़ा दिखाई न दे। उन्होंने एमसीडी के उपायुक्त को यह भी निर्देश दिए कि डीएवी पब्लिक स्कूल और पीएम सोसायटी के सामने स्थित दोनों कूड़ा ढलावों को रिहायशी क्षेत्र से हटाकर किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित करने के लिए स्टडी कर संभावित स्थान की तलाश करें।
विकास मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार स्वच्छ, स्वस्थ एवं सुव्यवस्थित राजधानी के संकल्प के लिए निरंतर बहुस्तरीय प्रयास कर रही है। इसी क्रम में स्वच्छता व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने हेतु मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्री नियमित रूप से निरीक्षण कर विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली नगर निगम को वित्तीय रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए 175 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जा चुका है। इसके अलावा, दिल्ली नगर निगम को 500 करोड़ रुपए की अतिरिक्त सहायता प्रदान करने संबंधी प्रस्ताव दिल्ली सरकार के कैबिनेट में विचाराधीन है।
आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली में धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा सड़कों की वैज्ञानिक पद्धति से सफाई करने के लिए दिल्ली के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। इससे न केवल सफाई कार्य तेजी से होगा, बल्कि कम मानव संसाधन में अधिक प्रभावी परिणाम प्राप्त किए जा सकेंगे। शेष मानव संसाधन का उपयोग अन्य आवश्यक सेवाओं में किया जा सकेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे शहर की जनसंख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे कचरे का उत्पादन भी बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में कचरे का वैज्ञानिक एवं व्यवस्थित निपटान अत्यंत आवश्यक है ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
सूद ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हमारी सरकार स्वच्छता को केवल एक अभियान नहीं, बल्कि नागरिक सुविधाओं और जनस्वास्थ्य से जुड़ी सर्वोच्च प्राथमिकता मानती है। दिल्ली के प्रत्येक क्षेत्र में स्वच्छता सेवाओं की गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्ध क्रियान्वयन किया जा रहा है। जमीनी स्तर पर किए जा रहे निरीक्षणों का उद्देश्य व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति की समीक्षा कर दिल्ली वालों को स्वच्छ, सुरक्षित एवं स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराना है।