क्या दिल्ली-एनसीआर में गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई हुई? 46 लाख कैश और सोना-चांदी बरामद
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली-एनसीआर में गैंग्स के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई महत्वपूर्ण है।
- 46 लाख रुपये नकद, सोना और चांदी बरामद किया गया।
- भगवान नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी ने कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं।
- पुलिस की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
- इनकम टैक्स विभाग को भी मामले की जानकारी दी गई है।
नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-एनसीआर एवं हरियाणा में अपराध की दुनिया में कुख्यात गैंग्स के खिलाफ पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। आउटर नॉर्थ जिला पुलिस की लगभग 40 टीमें टिल्लू ताजपुरिया गैंग, नीरज बवाना-राजेश बवाना गैंग, जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग और काला जठेड़ी गैंग के सदस्यों और उनके सहयोगियों पर ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चला रही हैं।
इन छापेमारियों के दौरान अनेक स्थानों से भारी मात्रा में नकदी, हथियार और कीमती सामान बरामद किया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई में अब तक कई एफआईआर दर्ज की गई हैं और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
इस अभियान के तहत दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में भी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। पुलिस को सूचना मिली थी कि भगवान नामक व्यक्ति गैंगस्टरों के संपर्क में है और उनके लिए आर्थिक सहयोग करता है। जांच में पता चला कि भगवान नाम का यह व्यक्ति एक किन्नर का पति है और उसके पास अवैध रूप से बड़ी मात्रा में संपत्ति जमा है।
पुलिस ने जब शाहबाद डेयरी स्थित उसके ठिकाने पर छापा मारा तो वहां से 46 लाख रुपए नकद, 14 किलो चांदी और करीब डेढ़ किलो सोना बरामद हुआ। मौके पर ही भगवान को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं और छानबीन जारी है कि यह पैसा कहां से आया और इसका किन आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा था।
इस पूरी कार्रवाई की जानकारी इनकम टैक्स विभाग को भी दे दी गई है ताकि आगे की वित्तीय जांच की जा सके। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बरामद कैश और सोने-चांदी के स्रोत का पता लगाने के लिए मनी ट्रेल की जांच की जा रही है। आशंका है कि यह रकम गैंगस्टरों की वसूली, ड्रग्स और अन्य गैरकानूनी धंधों से जुड़ी हो सकती है।
गैंग्स के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर गठित की गई विशेष टीमों को दिल्ली और एनसीआर के अलग-अलग इलाकों में और भी ठिकानों की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।