क्या दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गोगी गैंग के 'पंछी' को गोवा से गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- मोहन उर्फ 'पंछी' की गिरफ्तारी से गैंग गतिविधियों पर असर पड़ेगा।
- क्राइम ब्रांच की कार्रवाई ने अपराधियों को चेतावनी दी है।
- गुप्त सूचना के आधार पर की गई सफल गिरफ्तारी।
- मकोका मामले में शामिल होने के कारण मोहित को पहले भी गिरफ्तार किया गया था।
- पुलिस अब अन्य गैंग सदस्यों का पता लगाने में जुटी है।
नई दिल्ली, ५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुख्यात जितेंद्र गोगी गैंग के सक्रिय सदस्य मोहित उर्फ 'पंछी' को गोवा से गिरफ्तार किया है। मोहित हरियाणा के सोनीपत के पंछी जाटान गांव का निवासी है। वह २०१६ में गोगी को पुलिस हिरासत से भगाने में शामिल था।
मोहित को २०१८ में मकोका मामले में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन, फरवरी २०२५ में बहन की शादी के लिए मिली चार दिन की अंतरिम जमानत का उल्लंघन कर वह फरार हो गया था। इसके बाद उसे घोषित अपराधी घोषित किया गया।
क्राइम ब्रांच की आरके पुरम टीम, इंस्पेक्टर रामपाल और एसीपी उमेश बर्थवाल की अगुआई में, ने गुप्त सूचना के आधार पर मोहित को पकड़ने के लिए गोवा में ऑपरेशन चलाया।
सूचना मिली थी कि मोहित बार-बार ठिकाने बदल रहा था और गोवा में छिपा हुआ था। वह अपनी पहचान छिपाने के लिए दूर से मोबाइल का उपयोग करता था और जघन्य अपराध की योजना बना रहा था। पुलिस ने सावधानीपूर्वक जांच की और ४ जुलाई को उत्तरी गोवा के शहीद सर्कल के पास छापेमारी कर मोहित को धर दबोचा। पूछताछ में मोहित ने अपनी पहचान स्वीकारी और बताया कि वह मकोका मामले में जमानत तोड़कर फरार था।
वह गोगी गैंग का कट्टर सदस्य है और २०१६ में बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस की एस्कॉर्ट टीम पर हमले में शामिल था, जिसका मकसद गैंग के सरगना जितेंद्र गोगी को भगाना था। इस हमले का मामला बहादुरगढ़ के सदर थाने में दर्ज है। मोहित गैंग के कई अन्य आपराधिक मामलों में भी संलिप्त रहा है। जमानत तोड़ने के बाद वह मुंबई, गोवा और कर्नाटक में छिपता रहा।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस गिरफ्तारी को बड़ी सफलता बताया है। मोहित की गिरफ्तारी से गोगी गैंग की गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
पुलिस अब मामले की जांच कर रही है, ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और उनके आपराधिक नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।