क्या दिल्ली सरकार हरियाली तीज के तहत वृक्षारोपण अभियान में बड़ी तैयारी कर रही है? : कुलजीत सिंह चहल

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली सरकार हरियाली तीज के अवसर पर वृक्षारोपण अभियान चला रही है।
- इस वर्ष 35 लाख पौधे और झाड़ियां लगाने का लक्ष्य है।
- एनडीएमसी ने विशेषज्ञों की सलाह से योजना बनाई है।
- हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए व्यापक योजना बनाई गई है।
- स्थायी जल प्रबंधन के लिए नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जाएंगे।
नई दिल्ली, ७ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने सोमवार को जानकारी दी कि दिल्ली सरकार ने हरियाली तीज के अवसर पर एक विशाल वृक्षारोपण अभियान की योजना बनाई है।
चहल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि एनडीएमसी ने विश्व के प्रसिद्ध नेता और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प "एक पेड़ मां के नाम" को ध्यान में रखते हुए वृक्षारोपण का यह अभियान शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी एनडीएमसी ने बड़ी संख्या में पौधे लगाए थे। लगभग १२ हजार नए पौधे लगाए गए थे। इस वर्ष परिषद का लक्ष्य लगभग ३५ लाख पौधे और झाड़ियां लगाने का है, जिसमें ४ हजार बांस के और ३ हजार अन्य पौधे शामिल हैं। यह अभियान पिछले साल के सफल वृक्षारोपण की निरंतरता है, जिसमें एनडीएमसी ने अपने क्षेत्र में १३.५ लाख से अधिक झाड़ियां और १२ हजार नए पौधे लगाए थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली देश का दिल है और दिल्ली का दिल नई दिल्ली है। हम विशेषज्ञों से सलाह लेकर सुनियोजित भूनिर्माण के माध्यम से आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले दिनों में छत पर खेती और छत पर बागवानी को भी बढ़ावा देंगे।
चहल ने बताया कि इस बार वृक्षारोपण को व्यवस्थित और सुनियोजित तरीके से १ अप्रैल से शुरू किया गया है। अब तक १८ हजार पौधे और झाड़ियां विभिन्न स्थानों पर लगाई जा चुकी हैं। इसके अलावा, दिल्ली सरकार के सहयोग से हरियाली तीज के अवसर पर एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें एक ही दिन में ४० हजार पौधे और बांस लगाने की योजना है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी हरियाली तीज को लेकर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण की घोषणा की है, जिसे एनडीएमसी उत्साह के साथ लागू कर रही है। एनडीएमसी ने अपने क्षेत्र में हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए व्यापक योजना बनाई है।
चहल ने बताया कि परिषद की २५० स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाले पेड़ लगाने की योजना है। इसके साथ ही, गैप फिलिंग और हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य सड़कों, फुटपाथों और आसपास के ग्रे एरियाज में धूल कणों (पीएम २.५ और पीएम १०) को कम करना है। इस अभियान के तहत १ जुलाई से हरियाली बढ़ाने का कार्य शुरू किया गया है। वृक्षारोपण के लिए पानी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एनडीएमसी ने स्मार्ट और स्थायी जल प्रबंधन की योजना बनाई है। इसके लिए नौ नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित करने की तैयारी की गई है। इन प्लांट्स के लिए क्षेत्र-विशिष्ट योजना और पाइपिंग की व्यवस्था पूरी कर ली गई है।
उन्होंने गर्व के साथ कहा कि एनडीएमसी देश की सबसे स्वच्छ शहरी संस्था है और इसका ५५ प्रतिशत क्षेत्र हरित है, जिसे और बढ़ाने का लक्ष्य है। हरियाली के साथ-साथ शहर की सुंदरता बढ़ाने के लिए एनडीएमसी ४,००० फूलों की टोकरियां स्थापित कर रही है। इन टोकरियों में पर्यावरण के अनुकूल सामग्री जैसे नारियल के खोल और जूट का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, हरित क्षेत्रों में फूलों के पौधों को बढ़ावा दिया जाएगा। एनडीएमसी ने इस अभियान में स्थानीय निवासियों, बाजार संगठनों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, केंद्रीय मंत्रालयों और दूतावासों को भी शामिल किया है।
चहल ने कहा कि कई मंत्रालय और मंत्री इस अभियान को समर्थन दे रहे हैं और अपने सीएसआर फंड के माध्यम से इसे बढ़ावा देने के लिए तैयार हैं। यह अभियान एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है, जो विकसित भारत और विकसित दिल्ली के सपने को साकार करने में योगदान देगा। यह अभियान न केवल हरियाली बढ़ाएगा, बल्कि प्रदूषण को कम करने, शहर की सौंदर्यता बढ़ाने और धूल कणों को नियंत्रित करने में भी मदद करेगा। इसके साथ ही एनडीएमसी रूफटॉप फार्मिंग और रूफटॉप गार्डनिंग को बढ़ावा देने की योजना बना रही है, ताकि हरित क्षेत्र को और विस्तार दिया जा सके।