क्या डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का दावा सच साबित होगा- बंगाल में कमल खिलेगा?
सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कमल खिलाने का दावा किया।
- भाजपा का डबल-इंजन सरकार मॉडल सफल साबित हो रहा है।
- विपक्ष की हार की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
- भाजपा ने मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने का अभियान शुरू किया है।
दतिया, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए अभी समय है, लेकिन राजनीतिक दल पहले से ही सक्रिय हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मध्य प्रदेश के दतिया में आयोजित एक पदयात्रा के दौरान यह दावा किया कि पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों में जनता कमल खिलाने का कार्य करेगी।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बिहार में ऐतिहासिक जीत मिली है, जैसा हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में भी हुआ। अब पश्चिम बंगाल में भी यह जीत का सिलसिला जारी रहेगा, क्योंकि जहां भी भारतीय जनता पार्टी की डबल-इंजन सरकार है, वहां अच्छे काम हो रहे हैं। बंगाल में कमल खिलेगा और इसके लिए डबल इंजन सरकार की आवश्यकता है। जनता हमारे साथ है, परिवर्तन अवश्य होगा।
टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर के बाबरी मस्जिद की नींव रखने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि मुस्लिम तुष्टीकरण एक घटिया ड्रामा है। अगर कोई बाबर के नाम पर ध्यान देगा, तो वे मस्जिद नहीं बना पाएंगे। लेकिन, यदि मकसद केवल मस्जिद बनाना है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है।
देशभर में चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे एसआईआर के बारे में उन्होंने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, भाजपा कार्यकर्ता सभी बूथों और जिलों का दौरा कर रहे हैं। आज, गौतमबुद्धनगर जिले में एक महानगर स्तरीय बैठक में, हमने एक समीक्षा सत्र आयोजित किया। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी घुसपैठिया वोटर लिस्ट में न रहे, और नाबालिग वोटर्स और मृतकों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए जाएं। इसके साथ ही, भाजपा ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया है कि गिनती के दस्तावेज समय पर जमा हों।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी संभावित हार देख रहा है। वे बिहार में जंगल राज के कारण हारे हैं, और उत्तर प्रदेश में भी लोग समाजवादी पार्टी के गुंडा राज और जंगल राज को नहीं भूले हैं।