क्या 'जेम्स बॉन्ड' बनकर स्क्रीन हिलाने वाले थे धर्मेंद्र? अनिल शर्मा ने बताया यह किस्सा
सारांश
Key Takeaways
- धर्मेंद्र का कॅरियर 70 के दशक से आज तक सक्रिय है।
- फिल्म 'शेर' कभी रिलीज नहीं हुई।
- अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र के साथ कई सफल फिल्में बनाई हैं।
- धर्मेंद्र का स्टाइल उस समय के अन्य अभिनेताओं से अलग था।
- फिल्म 'गदर: एक प्रेम कथा' के निर्देशक भी अनिल शर्मा हैं।
नई दिल्ली, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिंदी सिनेमा के वरिष्ठ अभिनेता धर्मेंद्र देओल के प्रशंसकों की कोई कमी नहीं है। यह अभिनेता 70 के दशक से आज तक पर्दे पर सक्रिय हैं और कई निर्माताओं और निर्देशकों के साथ काम कर चुके हैं।
हाल ही में, फिल्म निर्देशक, निर्माता और लेखक अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र की एक पुरानी फिल्म 'शेर' का किस्सा साझा किया है, जो कभी रिलीज नहीं हो पाई।
अनिल शर्मा, जिन्होंने 'गदर: एक प्रेम कथा' जैसी सफल फिल्म का निर्देशन किया, ने धर्मेंद्र की 1986 में बनी फिल्म 'शेर' का पोस्टर साझा किया है। इस पोस्टर में धर्मेंद्र शर्टलेस और हाथ में बंदूक लिए हुए नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कैप्शन में लिखा, "1986 में आई फिल्म 'शेर' का निर्माण एक भारतीय और एक विदेशी निर्माता ने किया था। यह एक जासूसी फिल्म थी और धर्म जी के लिए एक जेम्स बॉन्ड जैसा किरदार। इसे विदेश में शूट किया जाना था, लेकिन हमने कुछ एक्शन सीन और एलपी द्वारा रचित एक गाना मुंबई में सेट पर शूट किया था। मुझे आज भी याद है कि इस फिल्म में धर्म जी का स्टाइल कितना मनमोहक था।"
उन्होंने आगे कहा, "धर्मेंद्र की ये फिल्म उस दौर के किसी भी बॉलीवुड अभिनेता के लिए एक अलग स्तर की थी।"
ध्यान दें कि फिल्म 'शेर' की शूटिंग शुरू हो चुकी थी, लेकिन यह कभी रिलीज नहीं हुई। इस फिल्म का निर्देशन भी अनिल शर्मा ने किया, लेकिन 1987 में वे धर्मेंद्र के साथ फिल्म हुकुमत लेकर आए, जो पर्दे पर हिट साबित हुई। फिल्म में धर्मेंद्र के अलावा सदाशिव अमरापुरकर, शम्मी कपूर, रति अग्निहोत्री, गोगा कपूर, और गुड्डी मारुति जैसे स्टार दिखे थे।
मथुरा के रहने वाले अनिल शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर की थी। उन्होंने 'पति-पत्नी और वो', 'द बर्निंग ट्रेन', और 'इंसाफ का तराजू' जैसी फिल्मों में बतौर असिस्टेंट काम किया और फिर बतौर निर्देशक 1981 में फिल्म 'श्रद्धांजलि' से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने 'बंधन कच्चे धागों का', 'हुकुमत', और 'तहलका' जैसी सफल फिल्में बनाई।