क्या ईडी ने आतंकी फंडिंग मामले में सिमी से जुड़े राजू खान की संपत्ति जब्त की?

सारांश
Key Takeaways
- ईडी की कार्रवाई से आतंकवाद के खिलाफ सख्ती का संकेत मिलता है।
- राजू खान का सिमी और आईएम से गहरा संबंध है।
- जांच में कई बैंक खातों के गलत इस्तेमाल का खुलासा हुआ है।
- ईडी ने अब तक 9,15,836 रुपए की संपत्ति कुर्क की है।
- इस मामले की जांच अभी जारी है।
रायपुर, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को आतंकी फंडिंग से संबंधित मामले में छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी राजू खान की 6.34 लाख रुपए की अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया। यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की गई।
ईडी ने बताया, "यह मामला प्रतिबंधित आतंकी संगठनों स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) और इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के नेटवर्क से जुड़ा है। जांच खमतराई थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर आरंभ हुई।"
एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि कुछ बैंक खातों का उपयोग पाकिस्तान में बैठे खालिद के निर्देश पर आतंकी फंडिंग के लिए किया जा रहा था। जांच में ईडी ने धीरज साव और अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया।
जांच में यह भी सामने आया कि इन खातों में जमा होने वाला धन भारत में जुबैर हुसैन, आयशा बानो और राजू खान जैसे सिमी और आईएम से जुड़े संदिग्ध व्यक्तियों तक पहुंचाया जाता था।
जांच में यह भी पुष्टि हुई कि धीरज साव, खालिद के इशारे पर कई बैंक खातों का गलत इस्तेमाल कर रहा था। वह विभिन्न जगहों से नकद जमा करके उसे अन्य खातों में स्थानांतरित करता था। इस नेटवर्क में राजू खान एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य कर रहा था।
ईडी के अनुसार, राजू खान के बैंक खाते में 48,82,629 रुपए नकद जमा किए गए थे। वह इन पैसों को तुरंत निकालकर खालिद और धीरज साव के निर्देशानुसार अन्य व्यक्तियों तक पहुंचाता था।
जांच में खुलासा हुआ कि इस राशि में से 42,47,888 रुपए उसने सिमी और आईएम से जुड़े व्यक्तियों तक पहुंचाए। इसके लिए राजू खान ने लगभग 13 प्रतिशत कमीशन यानी 6,34,741 रुपए अपने पास रखे, जिसे 'अपराध से अर्जित आय' माना गया।
इस मामले में ईडी ने अब तक कुल 9,15,836 रुपए की चल और अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। ईडी ने बताया है कि मामले की जांच अभी भी जारी है और इस आतंकी फंडिंग नेटवर्क से जुड़े कुछ और नाम भी सामने आ सकते हैं।