क्या उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीएमसी चुनावों पर शिवसेना नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक की?

सारांश
Key Takeaways
- नगर निगम चुनावों की तैयारियां तेज हो गई हैं।
- शिवसेना के कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
- शाखा प्रमुखों के बीच सीधा संपर्क आवश्यक है।
- बीएमसी चुनाव शिवसेना के लिए अग्निपरीक्षा साबित हो सकते हैं।
- स्थानीय मुद्दों का समाधान प्राथमिकता है।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों पर शिवसेना नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को बताया कि आगामी नगर निगम चुनावों की तैयारियों को तेज किया गया है और पार्टी के शाखा प्रमुख इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने सभी शाखा प्रमुखों और पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी का जमीनी नेतृत्व इसकी रीढ़ है और जीत सुनिश्चित करने में केंद्रीय भूमिका निभाएगा।
शिंदे ने कहा, "नगर निगम चुनावों की घोषणा जल्द ही होने की संभावना है। इसको ध्यान में रखते हुए मैंने रविवार को शाखा प्रमुखों की एक बैठक बुलायी। वे पार्टी की ताकत हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों की दैनिक समस्याओं का समाधान करते हैं। अब, हमारे सभी शाखा प्रमुख पूरी तरह सक्रिय हैं और चुनाव घोषित होते ही वे पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगे।"
उन्होंने आगे बताया कि शिवसेना के पास लोकसभा और विधानसभा से लेकर नगर निगमों तक, सभी स्तरों पर चुनावी लड़ाइयों का एक गौरवशाली इतिहास है, और उनके कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर लामबंदी में सक्षम हैं।
शिंदे ने कहा, "हमारे शाखा प्रमुखों के मन में संकल्प स्पष्ट है कि नगर निगमों, विशेषकर बीएमसी में शिवसेना का झंडा लहराना चाहिए और अगला महापौर निश्चित रूप से महायुति (महागठबंधन) का होगा।"
बैठक में उन स्थानीय मुद्दों की पहचान और समाधान पर भी ध्यान दिया गया, जिनका सामना लोग रोजाना करते हैं। इस संदेश को भी पुष्ट किया गया कि जमीनी स्तर पर प्रभावी समस्या-समाधान ही पार्टी की पहचान है। शिंदे के अनुसार, नागरिकों और शाखा प्रमुखों के बीच यह सीधा संपर्क चुनावों में जनता की विश्वास हासिल करने की कुंजी होगी।
बीएमसी चुनाव शिंदे के शिवसेना गुट के लिए एक अग्निपरीक्षा साबित होने की संभावना है, जो अब भाजपा और महायुति के अन्य सहयोगियों के साथ गठबंधन में राज्य सरकार का नेतृत्व कर रहा है, और मुंबई के नागरिक प्रशासन पर अपना प्रभाव बनाए रखने की कोशिश करेगा।