क्या मैदान में उतर चुकी हैं <b>शिवसेना</b> और <b>रिपब्लिकन सेना</b>?
सारांश
Key Takeaways
- रिपब्लिकन सेना का 11वां स्थापना दिवस समारोह
- शिवशक्ति और भीमशक्ति का एकत्रित होना
- बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान महत्वपूर्ण है
- आम लोगों को न्याय देने के लिए गठबंधन
- लाडकी बहन योजना का स्थायित्व
ठाणे, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रिपब्लिकन सेना के 11वें स्थापना दिवस के अवसर पर भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिवशक्ति और भीमशक्ति एक साथ मिलकर आगे बढ़ रही हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि आज रिपब्लिकन सेना का 11वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इस विशेष मौके पर सभी को शुभकामनाएँ। उन्होंने कहा कि शिवशक्ति और भीमशक्ति एक साथ खड़ी हैं। यहाँ शिवाजी महाराज के नाम का मैदान है और दिघे साहब का टॉवर है। आनंदराज अंबेडकर बाबासाहेब के रक्त के वंशज हैं और हम उनके प्रति श्रद्धा रखते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे देश का स्वाभिमान बाबासाहेब का संविधान है। जब तक सूरज-चाँद रहेगा, तब तक बाबासाहेब का संविधान भी रहेगा। बाबासाहेब के संविधान के कारण ही एक सामान्य परिवार का व्यक्ति आज प्रधानमंत्री बन पाया है। उन्होंने यह भी कहा कि बाबासाहेब के संविधान के कारण ही एक किसान का बेटा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बन सका है।
उन्होंने कहा कि हम बाबासाहेब के विचारों के वारिस हैं और आनंदराज अंबेडकर के रक्त के वारिस भी हैं, और हमारी यह गठबंधन आम जनता को न्याय देने के उद्देश्य से बनी है। उन्होंने कहा कि मैं कोई कमिटमेंट करता नहीं, और एक बार कमिटमेंट कर दूं तो खुद की भी नहीं सुनता।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि वे हमेशा जनता के साथ खड़े रहेंगे और अब उन्हें किसी भी चीज़ से डर नहीं है क्योंकि आनंदराज अंबेडकर उनके साथ हैं। उन्होंने बताया कि वे दिल्ली गए थे और राम सुतार से चर्चा की, जल्द ही बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा का कार्य तेजी से पूरा किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर भीम जैसा सूरज न उगता तो हमारे जीवन में यह उजाला नहीं होता। लाडकी बहन योजना कभी भी बंद नहीं होगी। अंत में उन्होंने कहा कि विरोधी चाहे जितनी बातें करें, मैदान में शिवसेना और रिपब्लिकन सेना उतर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन स्वार्थ और कुर्सी के लिए नहीं बना है। सभी को न्याय देने के लिए यह गठबंधन हुआ है।