क्या उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने टेस्ला कार की पहली टेस्ट ड्राइव की?

सारांश
Key Takeaways
- एकनाथ शिंदे ने टेस्ला कार की टेस्ट ड्राइव ली।
- टेस्ला का भारत में आना एक महत्वपूर्ण घटना है।
- मुख्यमंत्री फडणवीस का समर्थन टेस्ला के लिए सकारात्मक है।
- महाराष्ट्र सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
- टेस्ला के अनुभव केंद्र का उद्घाटन मुंबई में हुआ है।
मुंबई, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को मुंबई में टेस्ला कार की पहली टेस्ट ड्राइव का अनुभव किया। यह ड्राइव तब हुई जब वे विधानसभा पहुंचे। शिंदे ने विधानसभा के बाहर टेस्ला कार चलाकर इसे लेकर अपनी खुशी व्यक्त की। यह एक महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि यह पहले बार है जब किसी प्रमुख नेता ने मुंबई में टेस्ला कार की टेस्ट ड्राइव की है।
15 जुलाई को टेस्ला के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कंपनी महाराष्ट्र में अनुसंधान, विकास और उत्पादन सुविधाएँ स्थापित करने पर विचार कर रही है।
फडणवीस ने कहा, "हम चाहते हैं कि भारत में अनुसंधान, विकास और उत्पादन कार्य हो। मुझे विश्वास है कि टेस्ला इसे उचित समय पर विचार करेगी।"
मुख्यमंत्री ने टेस्ला यूनिट के उद्घाटन को शहर और राज्य में विश्वास का प्रतीक बताया।
उन्होंने कहा, "टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन इस बात का प्रमाण है कि टेस्ला सही शहर और सही राज्य (मुंबई और महाराष्ट्र) में आई है।"
फडणवीस ने यह भी कहा कि मुंबई केवल भारत की वित्तीय और मनोरंजन राजधानी नहीं है, बल्कि यह उद्यमिता, नवाचार और सतत विकास का भी प्रतीक है।
उन्होंने कहा, "टेस्ला केवल एक कार कंपनी नहीं है, यह डिजाइन, नवाचार और स्थिरता के बारे में है। यही कारण है कि इसे विश्वभर में पसंद किया जाता है।"
फडणवीस ने अपनी निजी यात्रा के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि 2015 में अमेरिका में अपने पहले टेस्ला अनुभव को याद किया। उन्होंने कहा, "तब मैंने सोचा था कि भारत में भी ऐसी गतिशीलता होनी चाहिए। इसमें लगभग 10 साल लग गए, लेकिन हमें खुशी है कि आप यहाँ आए।"
हाल ही में टेस्ला ने मुंबई में अपने पहले शोरूम और एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन किया है। महाराष्ट्र सरकार लंबे समय से इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है। विधानसभा के बाहर कई लोग टेस्ला कार देखने के लिए एकत्रित हुए। हालांकि, सुरक्षा कारणों से कड़ी निगरानी रखी गई थी।