क्या ग्रेटर नोएडा में फर्जी प्रॉपर्टी डीलर ने ठगी की?

सारांश
Key Takeaways
- ग्रेटर नोएडा में एक ठग ने प्रॉपर्टी डीलर बनकर लोगों को ठगा।
- आरोपी ने फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।
- लोगों को ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए।
- पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की।
ग्रेटर नोएडा, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के थाना सूरजपुर पुलिस ने एक ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताकर लोगों से लाखों रुपए हड़प चुका था।
आरोपी की पहचान सुमित यादव, निवासी ग्राम विडिसरा, जिला शिकोहाबाद (फिलहाल दाता राम बिल्डिंग, रेलवे रोड, दादरी, गौतमबुद्धनगर) के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, सुमित अपने साथी के साथ मिलकर फर्जी आधार कार्ड और आईडी बनाकर प्रॉपर्टी डीलर का रूप धारण करता था। आरोपी खासकर कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों और आम जनता को अपना निशाना बनाता था। इसके लिए वह ओएलएक्स ऐप का इस्तेमाल करता था। वहां से लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर हासिल कर उनसे संपर्क करता और उन्हें किराए पर फ्लैट दिलाने का झांसा देता था।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे मिग्सन विलासा सोसायटी में फ्लैट दिलाने का आश्वासन दिया और इसके एवज में 81,500 रुपए एडवांस के रूप में ले लिए। लेकिन, न तो फ्लैट मिला और न ही पैसे वापस किए गए।
ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने थाना सूरजपुर में शिकायत दी। शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए म्यू-2 सोसायटी के गेट के पास से आरोपी सुमित यादव को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का कहना है कि आरोपी और उसका साथी अब तक कई लोगों को इसी तरह फ्लैट किराए पर दिलाने के नाम पर ठग चुके हैं। आरोपी से पूछताछ की जा रही है और उसके साथी की तलाश जारी है।
पुलिस का मानना है कि इस गिरोह का नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिना पूरी जांच-पड़ताल किए एडवांस रुपए न दें। साथ ही किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।