क्या जीएसटी सुधार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है?: जफर इस्लाम

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी सुधार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
- इन सुधारों से मध्यम वर्ग और उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।
- आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी की दरों में कमी की गई है।
- ये सुधार अर्थव्यवस्था में तेजी लाने का कार्य करते हैं।
विजयवाड़ा, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रवक्ता डॉ. सैयद जफर इस्लाम ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के सुधारों को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा पेश किए गए ये सुधार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री ने जीएसटी परिषद के माध्यम से ऐतिहासिक सुधार पेश किए हैं, जिनसे एक साथ कई लक्ष्यों को प्राप्त किया गया है। ये सुधार न केवल आम आदमी की समस्याओं का समाधान करते हैं, बल्कि एमएसएमई को भी राहत प्रदान करते हैं। यह मध्यम वर्ग का समर्थन करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाते हैं।
जफर इस्लाम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि जीवन की सुगमता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभ उपभोक्ताओं और देश के आम नागरिकों तक पहुंचे। टैक्स का बोझ कम करने से लोगों की खर्च करने योग्य आय बढ़ेगी, जिससे उनके पास अधिक पैसा होगा और उनके भोजन की थाली में भी वृद्धि होगी। यही इन सुधारों का मुख्य उद्देश्य है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने सफलतापूर्वक साकार किया है।
उन्होंने आगे बताया कि मध्यम वर्ग सबसे बड़े लाभार्थियों में से एक है। एयर कंडीशनर, टेलीविजन और अन्य आवश्यक घरेलू वस्तुओं पर कर की दरें 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दी गई हैं। इसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिलता है, जिनमें से अधिकांश मध्यम वर्ग से संबंधित हैं।
जफर इस्लाम ने यह भी कहा कि पनीर, दूध, चावल और दालों जैसी आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी में भारी कमी की गई है। कई वस्तुओं पर जीएसटी को 12 प्रतिशत या 18 प्रतिशत से घटाकर शून्य या 5 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि समाज का सबसे गरीब वर्ग भी बिना किसी अतिरिक्त वित्तीय बोझ के दैनिक आवश्यकताओं तक पहुंच सके।
उन्होंने आगे कहा कि नागरिकों के जीवन को सरल बनाने के अलावा, इन सुधारों का उद्देश्य अर्थव्यवस्था में तेजी लाना और विकास को प्रोत्साहित करना है। करों को युक्तिसंगत बनाकर और उपभोग को बढ़ाकर, जीएसटी सुधार भारत की आर्थिक गति को एक मजबूत दिशा प्रदान करते हैं। अंतिम लक्ष्य प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत है और ये सुधार उस सपने को साकार करने की दिशा में एक सशक्त कदम हैं।