क्या एनआईए ने गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले के मामले में आरोप पत्र दायर किया?

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क्या एनआईए ने गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले के मामले में आरोप पत्र दायर किया?

सारांश

गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले के मामले में एनआईए ने सात आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। इसमें तीन आरोपी फरार हैं। क्या ये आरोपी पकड़े जाएंगे? जानिए पूरी कहानी!

Key Takeaways

  • एनआईए ने गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले के मामले में आरोप पत्र दायर किया।
  • तीन आरोपी फरार हैं, जिनमें एक अमेरिका में है।
  • बीकेआई के आतंकवादियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
  • जांच में कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं।
  • एनआईए की कार्रवाई से आतंकवाद के नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश।

नई दिल्ली, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर हुए ग्रेनेड हमले के मामले में सात आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है, जिनमें से तीन आरोपी फरार हैं।

ये हमला पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला में घनी के बांगर पुलिस स्टेशन पर किया गया था, जिसकी जिम्मेदारी बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादियों ने ली। इस हमले की जिम्मेदारी हरप्रीत सिंहहैप्पी पासिया और गुरप्रीत उर्फ गोपी ने सोशल मीडिया पर स्वीकार की।

एनआईए द्वारा दायर आरोप पत्र में फरार आरोपियों की पहचान अमेरिका में रहने वाले हैप्पी पासिया, पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और शमशेर सिंह उर्फ शेरा उर्फ हनी के रूप में की गई है। जबकि, चार गिरफ्तार आरोपियों में कुलजीत सिंह, अभिजोत सिंह, गुरजिंदर सिंह और शुभम शामिल हैं, जो सभी गुरदासपुर के किला लाल सिंह गांव के निवासी हैं।

इन सभी पर यूएपीए और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जो 12 दिसंबर 2024 को हुए हमले की साजिश और उसे अंजाम देने में उनकी भूमिका को दर्शाता है।

एनआईए ने इस मामले की जांच 23 मार्च 2024 को अपने हाथ में ली थी। जांच के दौरान यह पता चला कि रिंदा के निर्देश पर हैप्पी पासिया ने अर्मेनिया में अपने साथी शमशेर सिंह के माध्यम से अभिजोत सिंह को इस आतंकी हमले के लिए भर्ती किया।

अभिजोत को चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में लक्षित शूटिंग के एक अलग मामले में भी एनआईए ने गिरफ्तार किया है।

जांच में यह भी सामने आया कि अर्मेनिया से लौटने के बाद अभिजोत ने विदेशी संचालकों के निर्देश पर हथियार और विस्फोटकों को इकट्ठा करने और वितरित करने का कार्य शुरू किया। उसने कुलजीत सिंह और अन्य सह-आरोपियों को अपने गिरोह में शामिल कर इसके विस्तार किया। 9 दिसंबर 2024 को कुलजीत ने घनी के बांगर पुलिस स्टेशन पर हमले के लिए ग्रेनेड प्राप्त किया था।

भारत में बीकेआई के आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के प्रयासों के तहत एनआईए अपनी जांच जारी रखे हुए है।

Point of View

NationPress
24/07/2025

Frequently Asked Questions

एनआईए ने आरोप पत्र कब दायर किया?
एनआईए ने आरोप पत्र 27 जून को दायर किया।
कितने आरोपी फरार हैं?
इस मामले में तीन आरोपी फरार हैं।
बीकेआई का क्या संबंध है?
बीकेआई से जुड़े आतंकवादियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
एनआईए की जांच कब शुरू हुई थी?
एनआईए ने इस मामले की जांच 23 मार्च 2024 को शुरू की थी।
इस हमले में किस प्रकार के आरोप लगाए गए हैं?
आरोपियों पर यूएपीए और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराएं लगाई गई हैं।