क्या मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने पुरी में भगवान जगन्नाथ से आशीर्वाद लिया?
सारांश
Key Takeaways
- भगवान जगन्नाथ से आशीर्वाद प्राप्त किया।
- कोणार्क का सूर्य मंदिर ओडिशा की विरासत का प्रतीक है।
- यात्रा के दौरान ओडिशा की संस्कृति के बारे में जानकारी ली।
- मुख्य चुनाव आयुक्त ने अपनी यात्रा में धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का महत्व बताया।
भुवनेश्वर, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने तीन दिवसीय ओडिशा यात्रा के दौरान पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ की पूजा की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने कोणार्क के ऐतिहासिक सूर्य मंदिर का दौरा किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त कार्यालय के अनुसार, भुवनेश्वर पहुंचते ही उन्होंने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए। बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरएस गोपालन और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर, मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह विश्वास व्यक्त किया कि भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद उन्हें अपने संवैधानिक दायित्वों को अधिक निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ पूरा करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि ओडिशा की कला, साहित्य और संस्कृति प्राचीन और अद्वितीय हैं, और उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान इन समृद्ध परंपराओं के बारे में और जानने का प्रयास किया।
जगन्नाथ मंदिर में पूजा करने के बाद, सीईसी ने विश्व प्रसिद्ध कोणार्क सूर्य मंदिर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल कोणार्क की असाधारण शिल्पकारी और ऐतिहासिक महत्व को समझा।
कोणार्क में बोलते हुए सीईसी ने कहा कि सूर्य मंदिर न केवल ओडिशा की विरासत का प्रतीक है, बल्कि यह पूरे देश के लिए गर्व और सम्मान का विषय भी है। मंदिर की भव्यता और जटिल शिल्पकारी प्राचीन भारत की समृद्धि, ज्ञान और वैज्ञानिक प्रगति का उदाहरण प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि इस विरासत पर विचार करने से हृदय में गहन गर्व का अनुभव होता है।
पुरी का जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क का सूर्य मंदिर ओडिशा की समृद्ध विरासत और सदियों पुरानी परंपराओं का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन पवित्र और ऐतिहासिक स्थलों का अनुभव उनकी स्मृति में सदैव के लिए अंकित रहेगा।