क्या कुछ शरारती तत्व पंजाब के माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं? : वित्त मंत्री हरपाल चीमा

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब की शांति को बनाए रखना जरूरी है।
- शरारती तत्वों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
- गोल्डन टेंपल की सुरक्षा में कोई कमी नहीं होगी।
- भाईचारा बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।
- राजनीतिक बयानबाजी से बचना चाहिए।
जालंधर, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार संधवा और वित्त मंत्री हरपाल चीमा शनिवार को जालंधर के सूर्य एनक्लेव में स्थित ट्रिनिटी चर्च ऑडिटोरियम में एक धार्मिक समारोह में शामिल हुए। उन्होंने चर्च में बिशप की जिम्मेदारी निभाने के लिए जोस सेबेस्टियन को बधाई दी।
गोल्डन टेंपल को लगातार आठवीं बार ई-मेल द्वारा बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर चीमा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "श्री हरमंदिर साहिब को कोई भी बुरी दृष्टि से नहीं देख सकता। गोल्डन टेंपल की सुरक्षा के लिए मजबूत प्रबंध किए गए हैं। कुछ शरारती तत्व पंजाब के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। समाज के कुछ विरोधी तत्त्व भाईचारे को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पंजाब के लोगों ने सदियों से ऐसे प्रयासों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।"
पूर्व मंत्री मजीठिया की न्यायिक हिरासत बढ़ाने के विषय में उन्होंने कहा, "विजिलेंस द्वारा जांच की जा रही है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही चार्जशीट दायर की जाएगी।"
कांग्रेस के विधायक बावा हैनरी द्वारा विधानसभा में अपशब्द कहे जाने के मामले पर वित्त मंत्री ने कहा, "विधानसभा में एलओपी के नेता ने माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा कि हमें लोगों का अनुसरण करना चाहिए, इसलिए हमें अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।"
पंजाब भाजपा के प्रमुख अश्वनी शर्मा के पंजाब में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, "देश जानता है कि भाजपा अपने राज्यों में गैंगस्टरों को लाकर उनकी सुरक्षा कर रही है और वे दूसरे राज्यों में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।"
वहीं, स्पीकर कुलतार संधवा ने विधानसभा में लाए गए बेअदबी के बिल पर विपक्षी विधायकों की प्रतिक्रिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "श्री गुरु ग्रंथ साहिब सबको समान सम्मान प्रदान करते हैं। जब श्री गुरु ग्रंथ साहिब को माथा टेका जाता है, तब गुरु रविदास जी को भी माथा टेका जा सकता है, और इस दौरान रामानंद जी, नामदेव जी और भगत कबीर दास जी को भी सम्मान दिया जा सकता है। ऐसी बातें पंजाब में नहीं चलेंगी, उन्हें कहीं और ले जाया जा सकता है।