क्या हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह ने साइबर अपराध से बचाव के लिए अनोखी सलाह दी?
सारांश
Key Takeaways
- पीवीआर (पॉज, वेरिफाई और रिपोर्ट) का उपयोग करें।
- डरने पर खुद को शांत रखें।
- सत्यापन के बाद ही कार्रवाई करें।
- गाया हुआ गाना आपको पैनिक से बचा सकता है।
- साइबर अपराधियों के खिलाफ शिकायत करें।
चंडीगढ़, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने लोगों को साइबर अपराध से संबंधित जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने आम लोगों के लिए 'पीवीआर' (पॉज, वेरिफाई और रिपोर्ट) का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि यदि किसी अनजान व्यक्ति का कॉल आए और वह आपको डराए, धमकाए, दबाव डाले या पैसे के लिए ब्लैकमेल करने की कोशिश करे, तो पीवीआर का ध्यान रखें।
डीजीपी ओपी सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में 'पीवीआर' के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि जब भी साइबर अपराधी आपको डराए, तो सबसे पहले खुद को शांत रखना आवश्यक है। आप कोई गाना गुनगुनाकर अपने दिमाग को शांत कर सकते हैं, जिससे आप ठगी से बेहतर तरीके से बच पाएंगे और अपराधी के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने कहा, "अगर किसी कॉल पर आपको डराने-धमकाने की कोशिश की जाती है, तो थोड़ी देर रुकें, जानकारी का सत्यापन करें, और अगर वह साइबर अपराधी है, तो उसके खिलाफ शिकायत करें।"
डीजीपी ने धोखाधड़ी से बचने के उपायों पर भी चर्चा की और बताया कि साइबर अपराध के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए उन्हें 'पीवीआर' का ध्यान रखने की सलाह दी है।
उन्होंने भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का उदाहरण दिया, जिसमें सहवाग ने अपनी परफॉर्मेंस के बारे में बात की थी। डीजीपी ने कहा, "मैंने सहवाग का एक इंटरव्यू देखा था, जिसमें उन्होंने बताया कि एक समय उनकी परफॉर्मेंस खराब हो गई थी, लेकिन एक गाना गुनगुनाने के बाद उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया।"
डीजीपी ने अंत में कहा, "जब भी आपको कोई कॉल आए, जिसमें डराने-धमकाने की कोशिश हो रही हो, गाना गाएं। इससे आपका पैनिक दूर होगा और आप समझ पाएंगे कि कॉल पर कोई साइबर अपराधी है।"