क्या हरियाणा में आईपीएस ओपी सिंह कार्यकारी डीजीपी बने?

सारांश
Key Takeaways
- ओम प्रकाश सिंह को कार्यकारी डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
- यह निर्णय शत्रुजीत सिंह कपूर को छुट्टी पर भेजने के बाद लिया गया है।
- ओपी सिंह का लंबा प्रशासनिक अनुभव है।
- यह कदम कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
- चंडीगढ़ पुलिस ने आत्महत्या के मामले में एफआईआर दर्ज की है।
चंडीगढ़, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा सरकार ने पुलिस प्रशासन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन करते हुए आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश सिंह को कार्यकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। यह निर्णय मौजूदा डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर को छुट्टी पर भेजने के बाद लिया गया है।
राज्यपाल भवन से जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार, ओपी सिंह, जो वर्तमान में हरियाणा पुलिस आवास निगम के प्रबंध निदेशक, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) मधुबन के निदेशक और हरियाणा स्टेट बैंकिंग निगम के महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं, अब डीजीपी का कार्यभार संभालेंगे। यह कदम राज्य की कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने और प्रशासनिक सुचारूता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
हरियाणा सरकार के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि "हरियाणा के राज्यपाल शत्रुजीत सिंह कपूर, आईपीएस (एचवाई:1990) की अवकाश अवधि के दौरान, ओम प्रकाश सिंह, आईपीएस (एचवाई:1992 आरआर) को डीजीपी हरियाणा का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा जाता है।"
यह आदेश अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, आईएएस द्वारा हस्ताक्षरित है। यह आदेश चंडीगढ़ से जारी किया गया और विभिन्न संबंधित विभागों को सूचित किया गया है, जिसमें राज्यपाल सचिवालय, गृह मंत्रालय नई दिल्ली, मुख्य सचिव हरियाणा, रेजिडेंट कमिश्नर हरियाणा भवन और पुलिस महानिदेशक कार्यालय शामिल हैं। आंतरिक वितरण में गृह विभाग के सचिवों, सीएम कार्यालय के अधिकारियों और आईटी सेल को भी प्रति भेजी गई है।
ओपी सिंह को 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी का लंबा प्रशासनिक अनुभव है। उन्होंने पहले हरियाणा में विभिन्न जिलों में एसपी और आईजी के रूप में कार्य किया है। उनकी नियुक्ति के दौरान हरियाणा पुलिस आवास निगम को नई दिशा प्रदान की गई, जहां उन्होंने आधुनिक आवास सुविधाओं का विस्तार किया।
इससे पहले हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीडीपी) शत्रुजीत कपूर को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी की आत्महत्या के मामले के कारण अवकाश पर भेजा गया था। चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पुरन कुमार द्वारा छोड़े गए 'नोट' के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। पुरन कुमार की कथित आत्महत्या 7 अक्टूबर को हुई थी।