क्या हरियाणा पुलिस अधिकारी आत्महत्या मामले में पत्नी ने डीजीपी और एसपी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए?

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क्या हरियाणा पुलिस अधिकारी आत्महत्या मामले में पत्नी ने डीजीपी और एसपी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए?

सारांश

हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एसपी नरेंद्र बिजरानिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में डीजीपी और एसपी के खिलाफ एफआईआर की मांग की गई है। जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या से जुड़े गंभीर आरोप।
  • पत्नी ने अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया।
  • एफआईआर की मांग और मामले की जांच की आवश्यकता।
  • जातिगत प्रताड़ना का मुद्दा समाज में गंभीर रूप ले सकता है।
  • सुसाइड नोट में किए गए खुलासे का महत्व।

चंडीगढ़, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की संदिग्ध आत्महत्या के मामले में एक नया मोड़ आया है। पूरन कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 पुलिस स्टेशन के एसएचओ को पत्र लिखकर हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजरानिया के खिलाफ प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं।

उन्होंने बीएनएस की धारा 108 (उकसाने के लिए आत्महत्या) और एससी-एसटी एक्ट के तहत दोनों अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।

अमनीत ने दावा किया कि इन अधिकारियों की जातिगत प्रताड़ना के कारण ही उनके पति ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मार ली।

अमनीत 2001 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में हरियाणा के सिविल एविएशन व महिला एवं बाल विकास विभाग में कमिश्नर हैं। वह जापान में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के प्रतिनिधिमंडल के साथ थीं। घटना के बाद वे तुरंत भारत लौट रही हैं।

पत्र में उन्होंने भावुक होकर कहा, "एक पत्नी के रूप में मैंने पिछले कई सालों से अपने पति को हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत सीनियर अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित होते देखा है। यह कोई छिपी बात नहीं है। मेरे पति ने पहले भी जाति के आधार पर प्रताड़ना की कई शिकायतें की हैं, जिनका जिक्र उन्होंने सुसाइड नोट में भी किया है।"

उन्होंने खुलासा किया कि पूरन ने उन्हें बताया था कि डीजीपी कपूर उन्हें साजिश के तहत झूठे केस में फंसाने की कोशिश कर रहे थे। इसी सिलसिले में रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में धारा 308 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसमें कुमार के स्टाफ मेंबर सुशील को फंसाया गया।

अमनीत ने लिखा, "सबूतों से छेड़छाड़ कर मेरे पति पर भी आरोप लगाए गए। इन दोनों अधिकारियों की प्रताड़ना की वजह से पति की मौत हुई है।"

उन्होंने सीएफएल द्वारा बरामद सुसाइड नोट के अलावा अलमारी में लैपटॉप बैग से मिली एक अन्य कॉपी का जिक्र किया, जिसे वे पुलिस को सौंप रही हैं।

बता दें कि 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित सरकारी आवास के साउंडप्रूफ बेसमेंट में अपने गनमैन की सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली थी।

Point of View

बल्कि यह पूरे समाज में जातिगत भेदभाव और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है। एक पत्रकार के रूप में, हमें इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी पक्षों को न्याय मिले।
NationPress
08/10/2025

Frequently Asked Questions

हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या का कारण क्या है?
पुस्तक के अनुसार, उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार ने आरोप लगाया है कि उनके पति को डीजीपी और एसपी द्वारा जातिगत प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।
अमनीत पी. कुमार ने किस प्रकार के आरोप लगाए हैं?
अमनीत ने डीजीपी और एसपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
क्या इस मामले में कोई सुसाइड नोट मिला है?
हाँ, सुसाइड नोट के अलावा एक अन्य कॉपी भी बरामद की गई है, जिसे पुलिस को सौंपा जाएगा।